नई दिल्ली, 25 जनवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस को बड़ा आघात लगा, जब मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण (आरपीएन) सिंह ने इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ देर बाद ही वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में भी शामिल हो गए। सूत्रों पर भरोसा करें तो भाजपा उन्हें पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है, जो इसी माह भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं।
Senior Congress leader Shri RPN Singh joins BJP at party headquarters in New Delhi. #JoinBJP https://t.co/fClG9hAweC
— BJP (@BJP4India) January 25, 2022
राष्ट्रीय राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी के यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान व यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आरपीएन सिंह को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कराने की औपचारिकता पूरी की। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्रीद्वय ज्योतिरादित्य सिंधिया व अनुराग ठाकुर, यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा सहित अन्य पार्टी नेताओं ने आरपीएन सिंह का स्वागत किया। उनके साथ कुछ अन्य नेताओं ने भी भाजपा की सदस्यता हासिल की।
— RPN Singh (@SinghRPN) January 25, 2022
कांग्रेस छोड़ते ही आरपीएन ने लिखा – ‘मेरा लक्ष्य भारत, पहला और हमेशा‘
भाजपा में शामिल होने के पूर्व आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से अपने इस्तीफे की प्रति ट्विटर पर भी साझा कर दी थी। उन्होंने साथ ही ट्विटर अकाउंट में अपने बारे में दी गई जानकारी में भी बदलाव कर दिया है। उन्होंने अपने बायो में से कांग्रेस को हटाते हुए लिखा, ‘मेरा लक्ष्य भारत, पहला और हमेशा।’ इसके कुछ देर बाद ही आरपीएन सिंह ने वह पत्र साझा किया, जिसे उन्होंने पार्टी आला कमान सोनिया गांधी को इस्तीफे के लिए भेजा है।
Today, at a time, we are celebrating the formation of our great Republic, I begin a new chapter in my political journey. Jai Hind pic.twitter.com/O4jWyL0YDC
— RPN Singh (@SinghRPN) January 25, 2022
इस्तीफे की प्रति की तस्वीर शेयर करते हुए आरपीएन सिंह ने लिखा, ‘आज जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं। जय हिंद।’
भाजपा ने तलाश लिया स्वामी प्रसाद का जवाब?
माना जा रहा है कि भाजपा यूपी चुनाव में सीपीएन सिंह को कुशीनगर के पडरौना से बतौर उम्मीदवार उतार सकती है। ऐसे में वह स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। आरपीएन सिंह ओबीसी सैंथवार-कुर्मी से आते हैं और पूर्वांचल में इस जाति की अच्छी-खासी तादाद है। पूर्वांचल के हिस्सों में आरपीएन सिंह की पकड़ मजबूत मानी जाती है।
पडरौना से तीन बार विधायक रहे हैं आरपीएन सिंह
आरपीएन सिंह तीन बार (1996, 2002 और 2007) पडरौना से विधायक रहे हैं। वह 2009 में सांसद के रूप में कुशीनगर से चुने गए थे, लेकिन 2014 में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य को पिछले दो विधानसभा चुनावों में पडरौना सीट से जीत हासिल हुई। पहले वह बसपा और फिर भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीतने में सफल रहे थे।
कुशीनगर के शाही सैंथवार परिवार के सदस्य आरपीएन सिंह के पिता कुंवर चंद्र प्रताप नारायण भी एक बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके थे। वह 1980 में इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री भी रहे थे।
कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल थे
गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से सोमवार को ही यूपी के पहले चरण के मतदान के लिए 30 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की गई थी। उसमें आरपीएन सिंह का भी नाम शामिल था। उस सूची में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के साथ सचिन पायलट, गुलाम नबी आजाद, कन्हैया कुमार व हार्टिक पटेल जैसे नाम भी शामिल थे।