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लार्ड्स टेस्ट में राहुल के शतकीय प्रहार पर बोले रोहित – मैंने उन्हें अब तक के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में देखा

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लंदन, 13 अगस्त। भारत और इंग्लैंड के बीच लार्ड्स ग्राउंड पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट का पहला दिन पूरी तरह भारत के नाम रहा। इस दौरान केएल राहुल ने जहां करिअर का छठा शतक (नाबाद 127 रन, 248 गेंद, एक छक्का, 12 चौके) जमाया वहीं शतक से 13 रन दूर रह गए रोहित शर्मा (83 रन, 145 गेंद, 185 मिनट, एक छक्का, 11 चौके) के साथ मिलकर उन्होंने शतकीय साझेदारी के बीच 69 वर्ष पुराना भारतीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। अंततः पहसे दिन स्टंप्स उखाड़े गए तो भारत ने 90 ओवरों में तीन विकेट पर 276 रन बना लिए थे।

पहली गेंद से नियंत्रित होकर खेले राहुल

रोहित ने पहले दिन खेल समाप्ति के बाद राहुल की तारीफ करते हुए कहा, ‘राहुल को अब तक मैंने जितना भी खेलते  हुए देखा है, उनमें यह उनका सर्वश्रेष्ठ फॉर्म प्रतीत हुआ। वह पहली गेंद से नियंत्रित दिखे। उनके दिमाग में शुरुआत से ही कोई भ्रम नहीं था। उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं सोचा और अपनी योजना के प्रति एकदम स्पष्ट थे। जब आप अपनी योजना के प्रति स्पष्ट हों और आप को खुद पर भरोसा हो तो यह कारगर होता है। राहुल ने बिल्कुल यही किया और अंत तक सुनियोजित तरीके से निर्भीक होकर खेले।’

हम दोनों एक-दूसरे का खेल अच्छी तरह समझते हैं

मुंबइया बल्लेबाज रोहित ने कहा, ‘जब परिस्थितियां और वातावरण आपके विपरीत हों तो आपको शुरुआत में संभलकर खेलना पड़ता है, खास तौर पर नई गेंदों के खिलाफ। इसके बाद जब वातावरण और पिच समझ में आने लगे तो आप अपने हिसाब से खेल सकते हैं। लार्ड्स टेस्ट के पहले दिन राहुल और मैंने यही किया। ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही हम दोनों एक-दूसरे का गेम अच्छी तरह समझते हैं और हमारे बीच बेहतर तालमेल भी है।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि इस टेस्ट में सब कुछ अच्छा ही होगा।

शतकीय साझेदारी से टूटा लॉर्ड्स का 69 वर्ष पुराना रिकॉर्ड

पहले दिन के खेल की बात करें तो सिक्के की उछाल गंवाने को छोड़ सब कुछ भारत के अनुकूल रहा। शुरुआती घंटे में बारिश की कुछ बाधा के बाद रोहित व राहुल के ही बल्ले से रन बरसे। दोनों ने लंच (18.4 ओवरों में 0-46) निकाला और पहले विकेट पर 126 रनों की भागीदारी चाय (52 ओवरों में 2-157) के पहले टूटी, जब एंडरसन ने 44वें ओवर में रोहित को बोल्ड मार दिया।

फिलहाल रोहित व राहुल तब तक इस मैदान पर 69 वर्षों बाद इतिहास दोहरा चुके थे। इन वर्षों के दौरान कोई भारतीय जोड़ी यहां शतकीय भागीदारी नहीं कर सकी थी। वर्ष 1952 में वीनू मांकड़ और पंकज रॉय की ओपनिंग जोड़ी ने यहां 106 रनों की साझेदारी की थी।

कप्तान कोहली के साथ भी राहुल की शतकीय भागीदारी

राहुल और रोहित के अलावा कप्तान विराट कोहली ने 42 रनों (103 गेंद, 142 मिनट, तीन चौके) की पारी खेली और तीसरे विकेट के लिए दोनों के बीच 117 रनों की शतकीय साझेदारी भी आई, जिसकी बदौलत भारतीय टीम 250 के पार पहुंच सकी। विराट की पारी का अंत ओली रोबिंसन ने किया। खेल समाप्ति के समय अजिंक्य रहाणे एक रन बनाकर राहुल का साथ दे रहे थे।

हालांकि चेतेश्वर पुजारा का फ्लॉप शो इस मैच में भी जारी रहा और वह महज 9 रन बनाकर एंडरसन के दूसरे शिकार हुए (2-150)। भारत ने दूसरे टेस्ट की एकादश में एक बदलाव करते हुए चोटिल शार्दुल ठाकुर की जगह ईशांत शर्मा को शामिल किया।