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हांगझू एशियाई खेल : रोहन बोपन्ना और ऋतुजा भोसले ने टेनिस में भारत को दिलाया इकलौता स्वर्ण पदक

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हांगझू, 30 सितम्बर। भारत के अनुभवी टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना ने युवा जोड़ीदार ऋतुजा भोसले के साथ मिलकर शनिवार को यहां 19वें एशियाई खेलों की टेनिस स्पर्धा में देश को इकलौता स्वर्ण पदक दिलाया।

फाइनल में चीनी ताइपे की जोड़ी को शिकस्त दी

इसी माह की शुरआत में मोरक्को के खिलाफ भारत की जीत के साथ डेविस कप से संन्यास लेने वाले 43 वर्षीय बोपन्ना व ऋतुजा की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने हांगझू ओलम्पिक स्पोर्ट्स सेंटर के सेंटर कोर्ट पर पहला सेट गंवाने के बाद वापसी की और चीनी ताइपे चीनी ताइपे के सुंग-हाओ हुआंग व एन-शुओ लियांग को एक घंटा 14 मिनट में 2-6, 6-3, 10-4 से हराकर स्वर्णिम उपलब्धि अर्जित की।

इस बार टेनिस से भारत के खाते में एक स्वर्ण और एक रजत

मौजूदा खेलों के टेनिस मुकाबलों में भारत का यह दूसरा पदक था। इसके पूर्व शुक्रवार को रामकुमार रामनाथन और साकेत माइनेनी ने पुरुष युगल में रजत पदक जीता था। इस बार एकल में भारतीय चुनौती पहले ही टूट गई थी।

पदक तालिका में विभिन्न देशों की ताजा स्थिति

महाराष्ट्र की 27 वर्षीया खिलाड़ी ऋतुजा भोसले इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में पहली बार उतरी हैं जबकि रोहन का एशियाई खेलों में यह दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले उन्होंने अपना पहला टेनिस फाइनल खेलते हुए जकार्ता 2018 में पुरुष युगल का स्वर्ण पदक जीता था। हालांकि, इस बार बोपन्ना और युकी भांबरी की टॉप सीड जोड़ी को पहले ही दौर में मात खानी पड़ी थी।

मिश्रित युगल में पहल भी दो बार स्वर्ण जीत चुका है भारत

वैसे भारत मिश्रित युगल में इसके पूर्व दो बार स्वर्ण पदक जीत चुका है। लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा ने दोहा 2006 में जीत दर्ज की थी जबकि सानिया ने इंचियोन 2014 में माइनेनी के साथ मिलकर पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया था।

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