ईटानगर/गंगटोक, 1 जून। कुल सात चरणों में शनिवार को संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान ही चार राज्यों – ओडिशा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश व सिक्किम की विधानसभाओं के लिए भी मतदान कराए गए थे। इनमें दो छोटे राज्यों – अरुणाचल व सिक्किम की मतगणना चार जून के बजाय रविवार को ही होगी और दोपहर तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
अरुणाचल में 50 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में 133 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हुआ है। इनमें पेमा खांडू के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में पहले ही 10 सीटें निर्विरोध जीत ली हैं। भाजपा ने 2019 में 41 सीटें जीती थीं। वहीं 32 विधानसभा सीटों वाले सूबे सिक्किम में प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) को लगातार दूसरी बार जीत की उम्मीद है और विपक्षी एसडीएफ उसे सत्ता से बेदखल करना चाहती है।
अरुणाचल विधानसभा चुनाव में 82.71 फीसदी वोटिंग
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) पवन कुमार सेन ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार सुबह छह बजे मतगणना शुरू होगी और दोपहर तक अंतिम नतीजे आने की उम्मीद है। सूबे में 19 अप्रैल को पहले चरण में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ हुए थे।
पहले चरण में अरुणाचल में हुआ था मतदान
राज्य विधानसभा चुनाव में अनुमानित 82.71 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था जबकि राज्य की दो लोकसभा सीटों के लिए 77.51 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसकी गिनती चार जून को होगी। पवन कुमार ने बताया कि 50 विधानसभा सीटों पर डाले गए मतों की गिनती 24 केंद्रों पर होगी, जिसका प्रबंधन 2,000 अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
वर्ष 2019 के चुनावों में भाजपा ने दोनों लोकसभा सीटों और 41 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की थी। जेडी (यू) ने सात विधानसभा सीटें, एनपीपी ने पांच, कांग्रेस ने चार और पीपीए ने एक सीट जीती थी। इस साथ ही दो निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए थे।
सिक्किम में भी पहले चरण में हुई थी वोटिंग
वहीं सिक्किम की बात करें तो वहां भी गत 19 अप्रैल को पहले चरण में 32 विधानसभा क्षेत्रों और एक लोकसभा सीट पर कुल 4.64 लाख मतदाताओं में से लगभग 80 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। एकमात्र लोकसभा सीट पर पड़े वोटों की गिनती देश के बाकी हिस्सों के साथ चार जून को की जाएगी।
सिक्किम में भाजपा, कांग्रेस और सिटीजन एक्शन पार्टी-सिक्किम (CAP-S) के उम्मीदवार भी मैदान में हैं। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी राय, पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग और पूर्व भारतीय फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया 146 उम्मीदवारों में प्रमुख रूप शामिल हैं। एसकेएम और एसडीएफ ने सभी 32 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। उसके बाद भाजपा (31), सीएपी-सिक्किम (30) और कांग्रेस (12) हैं।
अधिकारियों ने बताया कि गंगटोक जिले में नौ, नामची में सात, पाकयोंग में पांच, सोरेंग और ग्यालशिंग में चार-चार और मंगन में तीन सीटों के लिए मतगणना की तैयारी कर ली गई है। अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की निगरानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
एसकेएम ने 2019 में खत्म किया था एसडीएफ का ढाई दशक का शासन
सिक्किम में 2019 में कांटे की टक्कर देखने को मिली थी, जब तमांग के नेतृत्व वाले सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने चामलिंग के नेतृत्व वाली एसडीएफ की 15 सीटों के मुकाबले 17 सीटें जीतकर एसडीएफ के 25 साल के शासन को समाप्त कर दिया था। एसकेएम से ज्यादा वोट हासिल करने के बावजूद एसडीएफ सत्ता से बाहर हो गई थी।