लखनऊ, 13 फरवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत सोमवार, 14 फरवरी को होने वाली दूसरे चरण की वोटिंग के दौरान प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना सहित योगी सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी।
इस चरण में नौ जिलों – सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली व शाहजहांपुर की 55 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है। 55 में नौ सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं जबकि 69 महिलाओं सहित कुल 586 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला लगभग दो करोड़ मतदाता करेंगे।
योगी सरकार के जो मंत्री इस चरण में दांव आजमा रहे हैं, उनमें सुरेश खन्ना (शाहजहांपुर सदर) के अलावा जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख (बिलासपुर), नगर विकास राज्य मंत्री महेश चंद्र गुप्त (बदायूं), माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी (चंदौसी)
धर्म सिंह सैनी, आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला पर भी रहेंगी निगाहें
उनके अलावा योगी कैबिनेट के आयुष राज्यमंत्री रहे और अब सपा के प्रत्याशी धर्म सिंह सैनी (नकुड़) के अलावा वरिष्ठ सपा नेता आजम खान (रामपुर सदर) और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम (स्वार) पर भी निगाहें रहेंगी।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की सुविधा और कोविड से सुरक्षा की विशेष व्यवस्था कराई गई है तथा मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए वहां पर समुचित एवं आवश्यक व्यवस्थाएं कराने के लिए प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
भाजपा ने समाजवादी पार्टी के गढ़ में पिछली बार 55 में 38 सीटें जीती थीं
देखा जाए तो दूसरे चरण में जिन क्षेत्रों में मतदान होने जा रहा है, वहां मुसलमानों की आबादी काफी ज्यादा है और इन्हें समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। हालांकि वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इन 55 में से 38 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि सपा को 15 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं। कांग्रेस और सपा ने पिछला विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था। सपा को जो 15 सीटें मिली थी, उनमें से 10 पर मुस्लिम प्रत्याशी जीते थे।