मुंबई, 10 मई। प्रख्यात संतूर वादक व संगीतकार पंडित शिव कुमार शर्मा का मंगलवार को यहां निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। वह पिछले छह महीने से किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे और डायलिसिस पर थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हुआ।
जम्मू-कश्मीर के अल्पज्ञात वाद्य को दिलाई व्यापक पहचान
पंडित शिव कुमार शर्मा का जन्म जम्मू में हुआ था। उन्होंने 13 वर्ष की उम्र में संतूर सीखना शुरू किया था। उनकी पहली परफॉर्मेंस वर्ष 1955 में मुंबई में हुई थी। देखा जाए तो पं. शिव कुमार शर्मा ने ही संतूर को एक व्यापक पहचान दिलाई। संतूर कभी जम्मू-कश्मीर का एक अल्पज्ञात वाद्य था। शर्मा ने इसे एक शास्त्रीय दर्जा दिया और इसे अन्य पारंपरिक और प्रसिद्ध वाद्ययंत्रों जैसे सितार और सरोद के समकक्ष खड़ा किया।
‘हमारी सांस्कृतिक दुनिया और भी गरीब हो गई‘
इस बीच नरेंद्र मोदी ने पं. शिव कुमार शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘पंडित शिव कुमार शर्मा जी के निधन से हमारी सांस्कृतिक दुनिया और भी गरीब हो गई। उन्होंने संतूर को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया। उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा। मुझे उनके साथ अपनी बातचीत अच्छी तरह याद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।’
Our cultural world is poorer with the demise of Pandit Shivkumar Sharma Ji. He popularised the Santoor at a global level. His music will continue to enthral the coming generations. I fondly remember my interactions with him. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 10, 2022
कला मर्मज्ञ यतींद्र मिश्र ने शिव कुमार के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वाद्य कला का एक युग समाप्त हो गया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘संगीत संसार के लिए बड़ा आघात ! पंडित शिव कुमार शर्मा जी के निधन से शुद्धतावादी वाद्य कला का एक युग समाप्त.. मन बहुत खिन्न है, एक एक करके हमारे सारे मूर्धन्य जा रहे हैं विनम्र श्रद्धांजलि।’
संगीत संसार के लिए बड़ा आघात ! पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से शुद्धतावादी वाद्य कला का एक युग समाप्त..
मन बहुत खिन्न है, एक एक करके हमारे सारे मूर्धन्य जा रहे हैं
विनम्र श्रद्धांजलि 🙏#PanditShivkumarSharma pic.twitter.com/XdhNEMvUOf— Yatindra Mishra/यतीन्द्र मिश्र (@Yatindra76) May 10, 2022
शिव कुमार शर्मा के बेटे राहुल भी मशहूर संतूर वादक
शिव कुमार शर्मा के बेटे राहुल शर्मा भी मशहूर संतूर वादक हैं। 2016 में एक साक्षात्कार में अपने पिता के बारे में राहुल ने कहा था, ‘जब पिताजी सिलसिला (1981) के संगीत पर काम कर रहे थे, तो वे यशजी (दिवंगत फिल्म निर्माता) के घर पर बैठे थे। हम (राहुल और उनके बड़े भाई, रोहित) बच्चे थे और वहां मौजूद थे। 70 और 80 के दशक के उत्तरार्ध में बड़े होने के दौरान अमिताभ बच्चन हमारे पसंदीदा थे। जब वे अंदर आए, तो उन्होंने कहा, ‘अरे यहां तो पूरी बच्चा पार्टी याहू पर है।’ हम उन्हें देखते रहे। वह ‘रंग बरसे’ पर एक चर्चा के लिए आए थे (बच्चन ने सिलसिला में गाना गाया था)। हम उनपर मोहित थे और मेरे पिताजी उन्हें गाना समझा रहे थे। यह मेरी स्मृति में अंकित कई पलों में से एक है।’
शिव-हरि की जोड़ी ने बॉलीवुड के कई हिट गानों को संगीत से सजाया
फिल्म जगत में भी पंडित शिव कुमार शर्मा का अहम योगदान रहा। बॉलीवुड में ‘शिव-हरि’ (शिव कुमार शर्मा और बांसुरी के दिग्गज पंडित हरि प्रसाद चौरसिया) के नाम से प्रख्यात जोड़ी ने सिलसिला, लम्हे और चांदनी जैसी फिल्मों के लिए कई हिट गानों में संगीत दिया। इनमें चांदनी फिल्म का गाना ‘मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां’ काफी लोकप्रिय हुआ, जो श्रीदेवी पर फिल्माया गया था।
15 मई को होने वाला था कॉन्सर्ट
गौरतलब है कि पं. शिव कुमार शर्मा का आगामी 15 मई को कॉन्सर्ट होने वाला था। इस खास पल का हिस्सा बनने के लिए कई लोग इंतजार कर रहे थे। इस इवेंट में शिव कुमार शर्मा जी व हरि प्रसाद चौरसिया के प्रस्तुति देने वाले थे। लेकिन अफसोस इवेंट से कुछ दिन पहले ही शिव कुमार शर्मा ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।