मुंबई, 1 अक्टूबर। मायानगरी मुंबई सहित महाराष्ट्र के अधिकतर हिस्सों में कोरोना संक्रमण का दायरा लगातार कम होने के बीच बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) ने त्यौहारी मौसम के ठीक पहले शुक्रवार को बड़ा फैसला किया। इसके तहत अब मुंबई में भी सभी धार्मिक स्थल सात अक्टूबर से खोल दिए जाएंगे।
धार्मिक स्थलों में सिर्फ 50 फीसदी क्षमता की अनुमति
बीएमसी का ये आदेश इसलिए भी अहमियत रखता है कि अगले ह्फ्ते नवरात्र शुरू होने जा रहा है। इसी क्रम में दशहरा और दीपावली पर्व भी पड़ेंगे। ऐसे में धार्मिक गतिविधियां बढ़ेंगी और मंदिरों में दर्शनार्थियों की संख्या भी बढ़ जाएगी। हालांकि अपने आदेश में बीएमसी ने स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी मंदिरों को सिर्फ 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोला जा रहा है।
सीएम उद्धव ठाकरे ने पिछले हफ्ते राज्य में धार्मिक स्थल खोलने का फैसला किया था
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सीएम उद्धव ठाकरे ने भी राज्य में धार्मिक स्थल खोलने का फैसला लिया था। जारी बयान में उन्होंने कहा था, ‘हमने कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी कर ली है। अब धीरे-धीरे सब खोला जा रहा है। मामले जरूर कम हो रहे हैं, लेकिन हमें सावधानी बरतनी होगी। मंदिर जरूर खोले जा रहे हैं, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।’
5-12वीं कक्षा तक के स्कूलों को भी खोलने की तैयारी
राज्य सरकार ने मंदिरों के अलावा छठी से 12वीं कक्षा तक के स्कूल खोलने का फैसला भी ले लिया है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में चार अक्टूबर से स्कूलों को खोल दिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में 5-12वीं कक्षा और शहरी इलाकों में 8-12वीं कक्षा तक के स्कूल खोले जाएंगे।