देहरादून, 24 अगस्त। उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली में आई आपदा के एक दिन बाद रविवार को बचाव और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी रहा जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। थराली में शुक्रवार देर रात हुई भारी बारिश के कारण टूनरी बरसाती नाले में बाढ़ आ गई। बाढ़ के साथ आए मलबे की चपेट में आने से 20 वर्षीय युवती की जान चली गई तथा चेपड़ों बाजार में 78 वर्षीय व्यक्ति लापता हो गया। घटना में नौ व्यक्ति घायल हुए हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 150-200 लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आपदा में थराली के तहसील कार्यालय, चेपड़ों बाजार, कोटदीप बाजार तथा आसपास के क्षेत्रों के कई मकानों और दुकानों में एक से दो फुट तक मलबा भर गया। मलबे में एसडीएम आवास भी क्षतिग्रस्त हो गया। मलबे में कुछ वाहन भी दब गए । थराली तथा आसपास के क्षेत्र में कुल 41 मकानों को नुकसान पहुंचा है जिनमें से 11 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं ।
मलबे में 11 वाहन भी दब गए हैं । एसईओसी के अनुसार, प्रभावित क्षेत्र में जिला प्रशासन, पुलिस, जिला आपदा प्रबंधन दल, अग्निशमन सेवा, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) व भारत तिब्बत सीमा पुलिस सहित विभिन्न एजेंसियों के लगभग 150 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी राहत एवं बचाव कार्यों में युद्धस्तर पर जुटे हैं।
संगवाड़ा गांव में मलबे से तबाह हुए एक मकान से कविता बिष्ट का शव बरामद किया गया है जबकि उससे कुछ ही दूर स्थित चेपड़ों में लापता हुए 78 वर्षीय बुजुर्ग की खोजबीन की जा रही है । नौ घायलों में से छह की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हेलीकॉप्टर से बेहतर उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा गया है, जबकि एक घायल कर्णप्रयाग में उप जिला अस्पताल में भर्ती है। दो अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी।
एसईओसी के अनुसार, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है। कर्णप्रयाग-थराली-देवाल मार्ग थराली के 10 किलोमीटर के दायरे में 12-15 स्थानों पर मलबा आने, बह जाने या बरसाती नालों के कारण बाधित है जिसे 10 जेसीबी और पोकलैंड मशीनों से साफ करने का कार्य जारी है। कर्णप्रयाग-थराली-देवाल मार्ग, थराली के आसपास लगभग 10 किलोमीटर क्षेत्र में 12-15 स्थानों पर मलबा आने, सड़क के बहने और बरसाती नालों के उफान के कारण बाधित है।
मार्ग को बहाल करने के लिए 10 जेसीबी और पोकलैंड मशीनों की सहायता से मलबा हटाने का कार्य लगातार जारी है। मुख्यमंत्री धामी ने थराली के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया तथा वहां जारी बचाव एवं राहत कार्यों का भी जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री आपदा प्रभावितों से भी मिले और उनकी समस्याएं सुनीं । उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए।

