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गुजरात : साबरमती नदी सहित राज्य की कुछ झीलों के पानी में मिला कोविड-19 संक्रमण

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अहमदाबाद, 18 जून। गुजरात की साबरमती नदी, कांकरिया और चंदोला झीलों के पानी में कोरोना वायरस पाए जाने की पुष्टि हुई है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गांधीनगर सहित आठ अन्य संस्थानों के संयुक्त शोध में इस तथ्य का खुलासा हुआ है।

आईआईटी गांधीनगर के अर्थ विज्ञान विभाग के मनीष कुमार द्वारा बीते वर्ष सितम्बर से दिसम्बर के बीच साबरमती नदी और झीलों के पानी से लिए गए सैंपल से यह शोध किया गया। सैंपल में विषाणु की मात्रा काफी अधिक पाई गई है। इस शोध में आईआईटी गांधीनगर के साथ अन्य संगठन भी शामिल हुए, हालांकि शोध का अब तक प्रकाशन नहीं हुआ है।

गौरतलब है कि इसके पहले उत्तर प्रदेश में भी सीवर के पानी में कोरोना वायरस मिलने की बात सामने आई थी। लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. उज्ज्वला घोषाल के बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने मिलकर इस बारे में अध्ययन शुरू किया है। इसमें देश के पानी में कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए सीवेज सैंपल जुटाए जा रहे हैं।

लखनऊ के एक सीवेज सैंपल में भी वायरस की पुष्टि

देश में सीवेज सैंपल टेस्टिंग के लिए कुल आठ केंद्र नामित किए गए। इसमें यूपी का सेंटर एसजीपीजीआई भी है। ऐसे में प्रथम चरण में लखनऊ की ही तीन साइट से सीवेज सैंपल लिए गए। इनमें एक जगह के सैंपल में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इससे अलावा मुंबई के सीवेज में वायरस की पुष्टि हुई है। इसको लेकर डॉक्टर भी हैरान हैं। वहीं अभी देश के अन्य शहरों में अध्ययन जारी है।

डॉ. उज्ज्वला घोषाल के अनुसार पानी में वायरस की पुष्टि तो हो गई है। लेकिन पानी में मौजूद वायरस से संक्रमण फैलेगा अथवा नहीं, यह शोध का विषय है। ऐसे में यूपी के अन्य शहरों से भी सैंपल जुटाए जाएंगे। सीवेज सैंपल टेस्टिंग के आधार पर अब बड़ा अध्ययन होगा। साथ ही इससे संक्रमण के फैलाव को लेकर भी शोध किया जाएगा।

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