मैनपुरी, 8 दिसम्बर। समाजवादी पार्टी (सपा) अपने संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव की विरासत मैनपुरी को बचाने में एक बार फिर कामयाब हो गई है। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने रिकॉर्ड जीत हासिल की।
डिंपल यादव ने गुरुवार को हुई मतगणना में शुरुआत से ही तेज रफ्तार अपनी बढ़त बनाई और निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के रघुराज शाक्य को दो लाख 88 हजार 461 वोटों से हरा दिया। डिंपल यादव को कुल पड़े मतों में 64 प्रतिशत यानी 6,18,120 मत मिले तो वहीं रघुराज सिंह शाक्य ने 34.18 प्रतिशत के साथ 3,29,659 वोट हासिल किए। अन्य चरों प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई और उन सबसे ज्यादा 6,125 मत नोटा के पक्ष में पड़े।
मैनपुरी लोकसभा सीट का विस्तृत परिणाम यहां देखें
इस सीट पर भाजपा और सपा की जोरदार टक्कर मानी जा रही थी। लेकिन सुबर ईवीमी खुलनी शुरू हुई तो हालांकि डिंपल यादव ने देखते ही देखते रफ्तार पकड़ ली। उन्होंने मैनपुरी की पांचों विधानसभा सीटों पर रिकॉर्ड जीत हासिल की है।
बहू को जिताने में कामयाब रहे चाचा शिवपाल
दिलचस्प तो यह रहा कि डिंपल यादव को सपा मुखिया अखिलेश यादव के करहल विधानसभा क्षेत्र से ज्यादा वोट शिवपाल सिंह यादव के जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र से मिले हैं। जाहिर है, इस चुनाव में चाचा शिवपाल अपना दम दिखाने में कामयाब रहे हैं और गुरुवार को अगर मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के हौसले बुलंद दिखे तो इसके पीछे उनका बहुत बड़ा योगदान है।
वस्तुतः पूर्वाह्न सवा 11 बजे तक ही जसवंतनगर में जहां डिंपल ने 42 हजार की लीड बना ली थी तो वहीं करहल में 15 हजार की लीड थी। वहीं मैनपुरी सदर में सुबह के समय वह 11 हजार वोट, भोगांव में 4500 और किशनी में 6449 वोटों से आगे थीं। पूरे चुनाव अभियान के दौरान सबसे ज्यादा फोकस में शिवपाल ही रहे और मैनपुरी से सबसे ज्यादा सुर्खियां भी उन्होंने ही बटोंरी।