नई दिल्ली, 2 जनवरी। भारतीय रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान टिकट बिक्री से रिकॉर्डतोड़ कमाई की। इस कमाई में तत्काल टिकट शुल्क से 403 करोड़ रुपये, प्रीमियम तत्काल टिकटों से अतिरिक्त 119 करोड़ रुपये और ‘डायनामिक’ किराये से 511 करोड़ रुपये शामिल हैं जबकि कोरोना वायरस महामारी के चलते वर्ष में ज्यादातर समय ट्रेनों का संचालन निलंबित ही रहा। सूचना के अधिकार (आरटीआई) जवाब से यह जानकारी हासिल की गई है।
आरटीआई के जवाब में रेलवे ने दी जानकारी
मध्य प्रदेश के रहने वाले चंद्रशेखर गौर द्वारा दायर एक आरटीआई के जवाब में रेलवे ने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सितंबर तक ‘डायनामिक’ किराये से 240 करोड़ रुपये, तत्काल टिकट से 353 करोड़ रुपये और प्रीमियम तत्काल शुल्क से 89 करोड़ रुपये कमाए।
वित्तीय वर्ष 2019-20 में, जब ट्रेन संचालन पर कोई प्रतिबंध नहीं था, रेलवे ने ‘डायनामिक’ किराए से 1,313 करोड़ रुपये, तत्काल टिकट से 1,669 करोड़ रुपये और प्रीमियम तत्काल टिकट से 603 करोड़ रुपये कमाए थे।
संसद की स्थायी समिति ने तत्काल टिकट के शुल्क पर जताई थी आपत्ति
रेल मंत्रालय का यह आंकड़ा रेलवे संबंधी संसद की स्थायी समिति की टिप्पणी के एक महीने बाद आया है। समिति ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि तत्काल टिकट पर लगाए गए शुल्क ‘कुछ अनुचित’ हैं और विशेष रूप से उन यात्रियों पर बड़ा बोझ डालते हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने परिजनों एवं रिश्तेदारों से मिलने के लिए तत्काल यात्रा करने के लिए मजबूर होते हैं। समिति की इच्छा थी कि मंत्रालय यात्रा की गई दूरी के लिए आनुपातिक किराए के वास्ते उपाय करे।