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शिवसेना के बागी विधायक असम बाढ़ पीड़ितों के लिए 51 लाख रुपये की मदद देंगे, सीएम राहत कोष में दी जाएगी राशि

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गुवाहाटी, 29 जून। राजनीतिक संकट से घिरे महाराष्ट्र के बागी शिवसेना विधायकों ने असम में बाढ़ राहत कार्य के लिए मदद के तौर पर 51 लाख रुपये का योगदान करने की घोषणा की है। विधायकों के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने बुधवार को यहां मीडिया को यह जानकारी दी।

गौरतलब है कि बीते आठ दिनों से एकनाथ शिंदे की अगुआई में शिवसेना के बागी विधायक यहां के होटल रैडिसन ब्ल्यू में डेरा डाले हुए हैं। अब असम के ज्यादातर इलाकों में बाढ़ की विभीषिका के बीच गुवाहाटी के लग्जरी होटल में ठहरने को लेकर जारी आलोचनाओं के बीच इन विधायकों ने बाढ़ पीड़ितों की मदद का फैसला किया है।

दीपक केसरकर ने कहा, ‘बाढ़ राहत कार्य में हमारे योगदान के तौर पर, शिंदे ने असम मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपये दान दिए हैं। हम यहां लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं कर सकते।’

एकनाथ शिंदे ने भी ट्वीट में दी विधायकों के फैसले की जानकारी

एकनाथ शिंदे ने भी एक ट्वीट में अपने साथ के विधायकों के इस फैसले की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘शिवसेना के सभी विधायकों और सहयोगी विधायकों की ओर से असम में बाढ़ प्रभावित भाइयों की मदद के लिए असम मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।’

असम के सीएम हिमंत सरमा ने जताया आभार

वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस पहल के लिए शिंदे खेमे को धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्य के बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सुनिश्चित करने में योगदान एक लंबा रास्ता तय करेगा। सरमा ने ट्वीट किया, ‘श्री एकनाथ शिंदे जी के नेतृत्व में माननीय शिवसेना विधायकों का मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपये का योगदान देने के लिए हृदय से आभार।’

विधायकों का समूह आज गोवा पहुंचेगा

इस बीच केसरकर ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गुरुवार को विधानसभा में उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) को विश्वास मत का सामना करने को कहा है, इसलिए बागी विधायकों ने गुवाहाटी से निकलकर मुंबई के पास किसी स्थान पर जाने का निर्णय लिया है।

सावंतवाड़ी के विधायक केसरकर ने बताया कि विधायकों का समूह गोवा स्थित एक होटल में रुकेगा और गुरुवार को पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे मुंबई पहुंचेगा। उन्होंने कहा, ‘हम एक स्थान पर रुकेंगे, जो मुंबई से हवाई मार्ग से एक घंटे की दूरी पर है ताकि हम सदन में विश्वास मत के लिए सुविधाजनक तरीके से पहुंच सकें। हम इसकी (विश्वास मत) मांग लंबे समय से कर रहे थे।’

सीएम उद्धव ठाकरे ने विधायकों की बात कभी नहीं सुनी

शिवसेना अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रति निराशा जताते हुए केसरकर ने कहा कि पार्टी के विधायक उनसे राकांपा और कांग्रेस का साथ छोड़ने को कह रहे थे, लेकिन उन्होंने कभी उनकी बात नहीं सुनी।

केसरकर ने कहा, ‘शिवसेना के ज्यादातर विधायकों ने इन दोनों पार्टियों से दूरी बनाने का निर्णय लिया है, इसलिए शिवसेना के जो बाकी विधायक उनके (ठाकरे) साथ हैं, उन्हें विश्वास मत के दौरान हमारे सचेतक की बात माननी होगी। ठाकरे कुछ निर्देश अवश्य दे सकते हैं, लेकिन जब वे (बागी विधायक) सदन में होंगे तो देश के संविधान के अनुसार चलेंगे।’