नई दिल्ली, 20 अक्टूबर। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि 2,000 रुपये के नोट वापस आ रहे हैं और अब सिर्फ 10,000 करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही लोगों के पास हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बचे नोट भी वापस आ जाएंगे या जमा करा दिए जाएंगे। राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यक्रम के दौरान संक्षिप्त बातचीत में शक्तिकांत दास ने यह जानकारी दी।
इससे पहले, दास ने कहा था चलन से वापस लिए गए 2,000 रुपये के 87 प्रतिशत नोट बैंकों में जमा के रूप में वापस आए हैं जबकि शेष को अन्य मूल्य के नोटों से बदला गया है। आरबीआई ने इस महीने की शुरुआत में 2,000 रुपये के बैंक नोटों को वापस लेने के विशेष अभियान को सात अक्टूबर तक बढ़ा दिया था। सात अक्टूबर से बैंक शाखाओं में जमा और नोट बदलने की सुविधा समाप्त कर दी गई।
आठ अक्टूबर से, लोगों को रिजर्व बैंक के 19 कार्यालयों में नोट को बदलने या उपलब्ध कराई गई राशि के बराबर बैंक खातों में जमा करने की सुविधा दी गई। व्यक्ति या संस्थाएं आरबीआई के 19 कार्यालयों में एक बार में 20,000 रुपये की सीमा तक 2,000 रुपये के बैंक नोट बदल सकते हैं।
हालांकि आरबीआई के कार्यालयों के जरिये बैंक खातों में 2,000 रुपये के नोट जमा कराने के लिए राशि की कोई सीमा नहीं है। आरबीआई ने इस साल 19 मई को 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी।
शक्तिकांत दास इससे पहले कह चुके हैं कि 2,000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने का अर्थव्यवस्था पर ‘बहुत सीमित’ प्रभाव ही देखने को मिलेगा क्योंकि ये नोट चलन में मौजूद कुल मुद्रा का सिर्फ 10.8 प्रतिशत ही हैं।