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मोहाली टेस्ट : रवींद्र जडेजा ने बल्ले के बाद गेंद से किया कमाल, 49 वर्षों बाद हुआ ऐसा चामत्कारिक प्रदर्शन

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मोहाली, 6 मार्च। सौराष्ट्र के हरफनमौला क्रिकेटर रवींद्र जडेजा का यहां पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन आई.एस. बिंद्रा स्टेडियम में तीसरे दिन भी जलवा दिखा, जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 175 रनों की नाबाद पारी खेलने के बाद रविवार को मारक गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट भी झटक लिए।

श्रीलंकाई टीम 174 पर बिखरी, फॉलोआन खेलने पर बाध्य

इसका नतीजा यह हुआ कि भारत के 574 रनों के जवाब में श्रीलंकाई टीम लंच के पहले ही 174 रनों पर सिमट गई और 400 रनों की लीड खाने के बाद उसे फॉलोऑन खेलने के लिए बाध्य होना पड़ा। लंच के समय श्रीलंका ने दूसरी पारी में एक विकेट पर 10 रन बनाए थे।

पारी में 150 से ज्यादा रन और 5 विकेट लेने वाले दुनिया के छठे क्रिकेटर बने

33 वर्षीय जडेजा ने श्रीलंकाई पारी के दौरान 13 ओवरों की गेंदबाजी में महज 41 रन देकर पांच विकेट झटके। इस दौरान उन्होंने चार मेडन ओवर भी डाले। इसके साथ ही जडेजा विश्व क्रिकेट में ऐसे छठे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने किसी टेस्ट की एक पारी में 150 से ज्यादा रन बनाए और फिर एक पारी में पांच विकेट भी झटके।

वीनू मांकड़ के बाद ऐसा करिश्माई प्रदर्शन करने वाले तीसरे भारतीय

खास बात यह है कि जडेजा ऐसा करिश्माई प्रदर्शन करने वाले वीनू मांकड़ के बाद केवल तीसरे भारतीय हैं। मांकड़ ने 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ 184 रनों की पारी खेली थी और फिर 196 रन देकर पांच विकेट झटके थे। वह ऐसा करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी भी थे।

पॉली उमरीगर ऐसा डबल हासिल करने वाले दूसरे भारतीय थे

इसके बाद वेस्टइंडीज के डेनिस एककिंसन ने 1955 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 219 रनों की पारी खेली और फिर उसी मैच की एक पारी में 56 रन देकर पांच विकेट झटके थे। भारत के पॉली उमरीगर ऐसा कारनामा (172 नाबाद और 5/107) करने वाले तीसरे खिलाड़ी थे। उन्होंने यह कमाल 1962 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था।

वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान सर गैरी सोबर्स (174 और 5/41) ने इंग्लैंड के खिलाफ 1966 में और फिर पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद (201 और 5/49) ने 1973 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में एक पारी में 150 से ज्यादा रन और फिर एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया था। इस प्रकार 1973 के बाद पहली बार किसी खिलाड़ी ने क्रिकेट के मैदान पर यह खास उपलब्धि हासिल की है।

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