नई दिल्ली, 12 जून। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी शिकस्त झेलने के बाद भारतीय टीम की लानत-मलातन शुरू हो गई है। इस क्रम में पूर्व भारतीय कप्तान व मुख्य कोच रह चुके रवि शास्त्री ने इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और खिलाड़ियों की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के प्रति अति आसक्ति को जिम्मेदार ठहराया है।
आईपीएल व डब्ल्यूटीसी फाइनल के बीच और अधिक अंतराल की जरूरत
रवि शास्त्री स्टार ने स्पोर्ट्स चैनल पर बातचीत में इस बात पर संशय जताया कि भविष्य में आईपीएल और इस मुकाबले के बीच अधिक समय मिलेगा। यह तभी संभव होगा, जब इससे जुड़े सभी हितधारकों (बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजी) के विचारों में बदलाव होगा।
वहीं ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को मिली 209 रनों की बड़ी हार के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि टीम के लिए आदर्श स्थिति यह होती कि वह कम से कम दो सप्ताह पहले इंग्लैंड पहुंचती और कुछ अभ्यास मैच खेलती।
रवि शास्त्री हालांकि राहुल द्रविड़ के विचारों से सहमत नहीं हुए और इसकी जिम्मेदारी खिलाड़ियों पर डाली। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कभी नहीं होने वाला है। आपको यथार्थवादी बनना होगा। आपको 20 दिन तभी मिलेंगे, जब आप आईपीएल से बाहर हो जाएंगे। यह आपकी पसंद की बात है।’
बीसीसीआई को राह तलाशने के लिए आईपीएल टीमों के साथ बातचीत करनी होगी
शास्त्री ने यह भी संकेत दिया कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को आगे का रास्ता तय करने के लिए आईपीएल टीमों के साथ बातचीत करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘यह संस्थान पर भी निर्भर करता है। मुझे यकीन है कि बीसीसीआई भविष्य में इसकी समीक्षा करेगा। अगर डब्ल्यूटीसी फाइनल का आयोजन आईपीएल के बाद जून के महीने में होता है तो उस सत्र में इस लीग के फाइनल में पहुंचने वाली फ्रेंचाइजी के लिए कुछ नियम होने चाहिए।’
शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के शॉट चयन की भी आलोचना की
इससे पहले शास्त्री ने भारतीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के शॉट चयन की भी आलोचना की थी, जिन्होंने टीम को निराश किया। शास्त्री ने कहा, ‘पिच के व्यवहार ने मुझे हैरान किया। रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा अपने शॉट को लेकर पछता रहे होंगे। वे अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और खराब शॉट खेलकर आउट हुए।’