मुंबई, 11 अक्टूबर। देश के सबसे बड़े कारोबारी ट्रस्ट टाटा समूह के दिवंगत मानद चेयरमैन रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। टाटा ट्रस्ट की शुक्रवार को हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया। उल्लेखनीय है कि रतन टाटा का बुधवार को देर रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हुआ था। गुरुवार की शाम वर्ली स्थित शवदाह गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ।
सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के 11वें चेयरमैन बने नोएल टाटा
इस नियुक्ति के साथ ही 67 वर्षीय नोएल टाटा, सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के 11वें और सर रतन टाटा ट्रस्ट के छठे चेयरमैन बन गए हैं। नोएल टाटा, नवल एच. टाटा और सिमोन एन. टाटा के बेटे हैं। नोएल टाटा पहले से ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी थे।
नोएल के अलावा मेहली मिस्त्री का नाम भी टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन के तौर पर चल रहा था। मेहली मिस्त्री को रतन टाटा का करीबी व्यक्ति माना जाता था। वह वर्ष 2000 से ही टाटा ट्रस्ट में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। मेहली मिस्त्री फिलहाल टाटा के दोनों प्रमुख ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं। उन्हें अक्टूबर, 2022 में शामिल किया गया था।
टाटा ट्रस्ट की टाटा संस में है 66% हिस्सेदारी
टाटा संस में 65.90 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट की है जबकि 12.87 प्रतिशत हिस्सेदारी आधा दर्जन टाटा ग्रुप की कम्पनियों का है। वहीं 18.40 प्रतिशत हिस्सेदारी मिस्त्री परिवार की है। टाटा संस, डायवर्सिफाइड टाटा ग्रुप की होल्डिंग कम्पनी है।
नोएल टाटा पिछले 40 वर्षों से टाटा ग्रुप का हिस्सा हैं
नोएल टाटा की बात करें तो वह पिछले 40 वर्षों से टाटा ग्रुप का हिस्सा हैं। उनके पास ट्रेंट जैसी कई बड़ी कम्पनियों की कमान रही है। इस समय भी वह टाटा ग्रुप की कई कम्पनियों के बोर्ड के सदस्य हैं। वह मौजूदा समय में टाटा स्टील और टाइटन कम्पनी लिमिटेड के वाइस चैयरमैन हैं।