लखनऊ, 8 सितम्बर। मैनपुरी लोकसभा सीट के साथ रामपुर और खतौली विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं के दावे ज्यादा प्रभावी साबित नहीं हो सके और सिर्फ रामपुर सीट ही रही, जिसने भाजपा और सीएम योगी आदित्यनाथ की लाज बचा ली। अन्यथा मैनपुरी लोकसभा सीट पर जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने रिकॉर्ड 2.88 वोटों के अंतर से जीत हासिल की वहीं खतौली विधानसभा सीट राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने भाजपा से छीन ली।
रामपुर से भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना 34 हजार वोटों से विजयी
फिलहाल रामपुर में भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना (हनी) की जीत इसलिए काफी महत्वपूर्ण है कि वहां पार्टी ने सपा के कद्दावर नेता मो. आजम खान का पिछले 45 वर्षों से चला आ रहा वर्चस्व तोड़ दिया है। आकाश सक्सेना 81,432 वोट पाकर विजयी घोषित किए गए। उन्होंने शुरुआती 20 राउंड तक पिछड़ने के बाद सपा प्रत्याशी मो. आसिम रजा को 34,138 वोटों से परास्त किया । आसिम रजा को कुल 47,296 वोट मिले।
खतौली में मदन भैया ने भाजपा प्रत्याशी राजकुमारी को शिकस्त दी
वहीं खतौली में रालोद के मदन भैया ने 22,143 मतों से जीत हासिल कर ली है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की राजकुमारी को शिकस्त दी। मतगणना में शुरुआत से ही बढ़त ले चुके मदन भैया को 14 प्रत्याशियों के बीच जहां 97,139 वोट मिले वहीं राजकुमारी ने 74,499 मत हासिल किए। अन्य सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
उल्लेखनीय है कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से मैनपुरी लोकसभा सीट रिक्त हुई थी वहीं रामपुर में आजम खान और खतौली में भाजपा के विक्रम सैनी की सदस्यता जाने के बाद दोनों सीटें खाली हुई थीं, जहां उपचुनाव कराया गया।