इंदौर, 29 अक्टूबर। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को कहा कि जातिगत जनगणना की मांग का कांग्रेस को कोई चुनावी फायदा नहीं मिलेगा क्योंकि जनता जानती है कि इस पार्टी ने देश की सत्ता में रहने पर जातियों के आधार पर नागरिकों की गिनती कभी नहीं कराई थी।
केंद्रीय मंत्री ने यह बात ऐसे वक्त कही, जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा इन दिनों मध्य प्रदेश की चुनावी रैलियों में जातिगत जनगणना की मांग का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं। राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को चुनाव होने हैं।
अठावले ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, “जब कांग्रेस देश की सत्ता में थी, तब उसकी सरकारों ने जातिगत जनगणना कभी नहीं कराई, लेकिन अब राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी बार-बार जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस मांग का कांग्रेस को चुनावों में कोई भी फायदा नहीं मिलेगा, क्योंकि लोगों को पता है कि यह पार्टी जब सत्ता में थी, तब उसने खुद जातिगत जनगणना नहीं कराई।
अठावले ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 17 में जातिवाद के उन्मूलन का प्रावधान है, इसलिए सरकार के सामने तकनीकी दिक्कत है कि वह जाति आधारित जनगणना कैसे कराए? उन्होंने कहा कि इस विषय में तमाम तकनीकी पहलुओं पर बाद में विचार किया जा सकता है, लेकिन मौजूदा हकीकत यही है कि पिछली सरकारों ने देश में जातिगत जनगणना कभी नहीं कराई थी।