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राम मंदिर आंदोलन के अगुवा कल्याण सिंह का अस्थि कलश सरयू नदी में विर्सजित

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अयोध्या, 9 सितम्बर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राम मंदिर आंदोलन अगुवा स्व. कल्याण सिंह का अस्थि कलश अयोध्या नया घाट में विर्सजित किया गया। उपस्थित साधु- संतों, भाजपा नेताओं व जनसमुदाय ने कल्याण सिंह अमर रहें व जय श्री राम के नारों के साथ उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कल्याण सिंह के अस्थि कलश को उनके पुत्र सांसद राजवीर सिंह, नाती राज्यमंत्री संदीप सिंह व परिवारीजन लेकर अयोध्या पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा भी थे।

श्रद्धाजलि अर्पित करने के लिए मंच पर उनका अस्थि कलश रखा गया,  जिसे बाद में सरयू में विसर्जित किया गया। अस्थि विसर्जन के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी संख्या जल पुलिस की मौजूदगी रही।

अस्थि कलश विर्सजन से पूर्व श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए बी एल वर्मा ने कहा जब भी रामजन्म भूमि मंदिर आंदोलन की चर्चा होगी तो मंदिर के लिए अपनी कुर्सी न्यौछावर करने वाले मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम के बिना यह चर्चा कभी पूर्ण नही हो पाएगी।

सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि बाबू जी का पूरा जीवन अयोध्या और राम के प्रति सर्मिपित था। उनका दो सपना था कि राम मंदिर का निर्माण होते देखना व अंतिम समय में भाजपा के झंडे में लिपट कर जांऊ। प्रभु राम की कृपा से उनके दोनों स्वप्न पूर्ण हुए। अयोध्या में भव्य दिव्य राम मंदिर का निर्माण प्रारम्भ हो चुका है।

महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने कहा कि एक कुशल प्रशासक के रुप में कल्याण सिंह बतौर मुख्यमंत्री आम जनता के बीच आज भी याद किये जाते है। शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में उनकी सरकार ने कई सराहनीय कार्य किये। अयोध्या से उनका काफी लगाव था। अस्थि कलश के साथ बुलन्दशहर के सांसद भोला सिंह, आगरा विधायक जितेन्द्र वर्मा, अन्य विधायको में अनीता राजपूत, देवेन्द्र पाल सिंह, वीरेन्द्र सिंह, संजीव राठोर, मुकेश राजपूत, आये थे।

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