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अयोध्या : दर्शन कराने के नाम पर रामभक्तों से ठगी, मंदिर ट्रस्ट ने जारी किया दिशानिर्देश

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अयोध्या, 13 मार्च। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में रामलला का दर्शन कराने के नाम पर रामभक्तों से ठगी का मामला सामने आया है। इसके बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से तीर्थयात्रियों के लिए दिशानिर्देश जारी किया गया है।

उल्लेखनीय है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख राम भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। यह आंकड़ा छुट्टियों के दिन और विशेष पर्व त्योहार पर और बढ़ जाता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मंदिर दर्शन के लिए लगाई गई लंबी लाइन की पुरानी तस्वीर अक्सर वायरल हो रही है, जिसके कारण दूर दराज से आने वाले श्रद्धालु इस बात को लेकर चिंतित रह रहे हैं कि, उन्हें दर्शन करने में असुविधा होगी और लंबी लाइन में लगना पड़ेगा।

राम भक्तों के लिए 10 बिंदुओं की एडवाइजरी जारी

वहीं कुछ कथित लोगों की ओर से वीआईपी दर्शन के नाम पर पैसे लेने की सूचना मिलने के बाद के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट हरकत में आ गया है। ट्रस्ट की ओर से एक सूचना जारी कर श्रद्धालुओं को जानकारी दी गई है कि रामलला के सामान्य तौर पर एक से डेढ़ घंटे में आसानी के साथ दर्शन हो रहे हैं और दर्शन के लिए किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। ट्रस्ट ने 10 बिंदुओं की सूचना राम भक्तों के लिए जारी की है।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जनहित में जारी सूचना

  1. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रतिदिन औसतन 1 से 1.5 लाख दर्शनार्थी दर्शन कर रहे हैं।
  2. दर्शनार्थी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रातः 6.30 बजे से लेकर रात्रि 9.30 बजे तक दर्शन हेतु प्रवेश कर सकते हैं।
  3. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रवेश करने से लेकर, दर्शन कर बाहर आने तक की प्रक्रिया अत्यंत सरल और सुगम है। सामान्यतः दर्शनार्थियों को 60 से 75 मिनट के भीतर भगवान श्री रामलला के दिव्य दर्शन सुगमता से हो जाते हैं।
  4. भक्त यदि अपना मोबाइल, जूते-चप्पल, पर्स आदि सामान मंदिर परिसर के बाहर रख कर आएंगे तो उन्हें अत्यंत सुविधा होगी तथा उनके समय की भी बचत होगी।
  5. श्री राम जन्मभूमि मंदिर में अपने साथ फूल-माला, प्रसाद आदि लेकर न आएं।
  6. प्रातःकाल 4 बजे मंगला आरती, 6.15 बजे श्रृंगार आरती और रात 10 बजे शयन आरती में भागीदारी प्रवेश पत्र द्वारा ही संभव है। अन्य आरतियों के समय प्रवेश पत्र की आवश्यकता नहीं है।
  7. प्रवेश पत्र के लिए दर्शनार्थी का नाम, आयु, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और शहर का नाम जैसी सूचनाएं आवश्यक हैं।
  8. यह प्रवेश पत्र श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट से भी उपलब्ध हो सकता है। यह प्रवेश पत्र निःशुल्क है।
  9. विशिष्ट दर्शन हेतु कुछ निर्धारित शुल्क लेकर अथवा किसी विशेष पास की व्यवस्था श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में नहीं है। यदि आपको कभी पैसा लेकर दर्शन करवाने का समाचार सुनने को मिलता है तो वह धोखाधड़ी का प्रयास हो सकता है। मंदिर प्रबंधन का इससे कोई संबंध नहीं है।
  10. मंदिर में वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों के लिए ह्वील चेयर उपलब्ध है। यह ह्वील चेयर केवल श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के लिए है, अयोध्या शहर या किसी अन्य मंदिर हेतु नहीं। इस ह्वील चेयर का कोई किराया नहीं है, लेकिन ह्वील चेयर ले जाने वाले नवयुवक को पारिश्रमिक देना होता है।
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