लखनऊ, 11 फरवरी। किसान नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा कि मुजफ्फरनगर में 2013 की स्थिति अब बदल गयी है और यहां शांति स्थापित हो चुकी है, इसलिए इस बार चुनाव परिणाम कुछ अलग होंगे। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 2013 में मुजफ्फरनगर जिले में भड़के साम्प्रदायिक दंगों का उल्लेख करते हुए कहा, ”2013 का परिणाम ट्रायल था. ट्रायल का स्टेडियम अब यहां ढह चुका है. जिन स्टेडियम में ये मैच खेले गये थे, वे अब ढह चुके हैं।”
मुजफ्फरनगर जिले में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”पिछली स्थिति बदल चुकी है और शांति ने इसकी जगह ले ली है और इस बार परिणाम पहले जैसा नहीं होगा।” जब उनसे पूछा गया कि आखिर वह किस ‘नये मैच’ की बात कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, ”नया मैच पहले ही खेला जा चुका है और इसका परिणाम जल्द ही सामने आएगा।”
टिकैत ने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो रहा है और यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है और परिणाम सभी के लिए देखने लायक होगा। इससे पहले टिकैत ने साम्प्रदायिकता के आधार पर मतदान न करने के लिए मतदाताओं को आगाह किया था।
- 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर हुआ मतदान
बता दें कि पहले चरण में गुरुवार को शामली, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिलों में मतदान सम्पन्न हुआ। पहले चरण का चुनाव जाट बहुल क्षेत्र में हुआ। इस चरण में राज्य सरकार के मंत्रियों श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण समेत कुल 623 उम्मीदवारों के सियासी भाग्य का फैसला आज मतपेटियों में बंद हो गया। इनमें 73 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं।