नई दिल्ली, 31 अक्टूबर। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले लगभग एक वर्ष से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसान संगठनों के अगुआ नेता राकेश टिकैत ने सरकार को चुनौती दी है कि यदि किसानों को दिल्ली की सीमाओं से जबरन हटाने की कोशिश हुई तो वे देशभर में सरकारी दफ्तरों को गल्ला मंडी बना देंगे।
गौरतलब है कि बीते दिनों पुलिस और किसानों की ओर से गाजीपुर बॉर्डर पर रास्ता खोल दिया गया है और प्रशासन द्वारा गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेडिंग भी हटा दी गई है।
प्रशासन टेंट उखाड़ेगा तो किसान सरकारी दफ्तरों के बाहर टेंट लगा लेंगे
गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे टिकैत ने कहा कि प्रशासन जेसीबी की मदद से यहां लगे टेंट को उखाड़ने की कोशिश कर रहा है। यदि प्रशासन यहां से टेंट उखाड़ेगा तो किसान सरकारी दफ्तरों के बाहर टेंट लगा लेंगे।
राकेश टिकैत ने शनिवार को भी एक ट्वीट में कहा था, ‘हमारी लड़ाई तीन काले कानूनों के खिलाफ और एमएसपी पर गारंटी कानून को लेकर है। जिन किसानों की फसल कहीं नहीं बिक रही है, वे दिल्ली में फसल बेचने जाएंगे।
किसानों को हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी केस लंबित
ज्ञातव्य है कि दिल्ली की सीमाओं से किसानों को हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई में कह भी चुका है कि रास्तों को अनिश्चितकाल के लिए बंद नहीं किया जा सकता।