नई दिल्ली,1 फरवरी। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को संसद में केंद्रीय अंतरिम बजट 2024-25 पेश कर दिया। मोदी सरकार के इस अंतरिम पर नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने इसे जहां उत्साहजनक बजट करार दिया वहीं कांग्रेस ने इस बजट को निराशाजनक बताया।
‘हम 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे’
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘यह एक उत्साहजनक बजट है। हमें पूरा विश्वास है कि हम 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे।’ वहीं केंद्रीय मंत्री वीके सिंह का कहना है कि सबकुछ ‘विकसित भारत’ के लिए होगा। अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बजट में हर चीज पर चर्चा की गई है।
18 लाख करोड़ रुपये का बजट घाटा चिंतनीय – मनीष तिवारी
हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने अंतरिम बजट पर सवाल उठाए। सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “यह एक ‘वोट-ऑन-अकाउंट’ है, जिसका एकमात्र उद्देश्य मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए सरकार को वित्तीय स्थिति में बनाए रखना है। चिंता की बात यह है कि 18 लाख करोड़ रुपये का बजट घाटा है। इसका मतलब है कि सरकार अपने खर्च के लिए उधार ले रही है। यह संख्या देश में अगले साल और बढ़ने वाली है। हम विकसित भारत के लिए गरीब, महिला, किसान, युवा को सशक्त बना रहे हैं।”
शशि थरूर बोले – बजट भाषण छोटा और निराशाजनक था
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बजट को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा- ‘मुझे लगता है कि बजट भाषण छोटा और निराशाजनक दोनों था। इसमें बहुत कम सार था, बड़ी चूक हुई और कई मुद्दों को छुआ तक नहीं गया।’
वास्तविक बजट जुलाई में आएगा – फारूक अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा – ‘वास्तविक बजट जुलाई में आएगा। हमें उम्मीद है कि लोगों को फायदा होगा, पर्यटन बढ़ेगा, उद्योग भी बढ़ेंगे और देश प्रगति करेगा।’
हरसिमरत कौर बादल बोलीं – बजट में अहंकार नजर आ रहा था
शिरोमणी अकाली दल (SAD) सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘मुझे इस बजट में एक अहंकार नजर आ रहा था कि हम जुलाई में बजट पेश करेंगे। आप किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं ले सकते। आज आपके पास मौका था कि पिछले 10 सालों में किए गए वादों को पूरा करें न कि जनता को और सपने दिखाएं।’