नई दिल्ली, 12 दिसंबर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि 1971 के युद्ध ने बताया कि धर्म के आधार पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक भूल थी। 1971 के युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय और भारत-बंगलादेश मैत्री के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंडिया गेट पर रविवार को स्वर्णिम विजय दिवस पर्व का शुभारंभ करते हुए राजनाथ ने कहा, ‘पाकिस्तान का जन्म एक मजहब के नाम पर हुआ, मगर वह एक नहीं रह सका। 1971 की हार के बाद हमारा पड़ोसी देश भारत में लगातार एक छद्म युद्द लड़ रहा है।’
Speaking at the inaugural ceremony of ‘Swarnim Vijay Parv’. https://t.co/Fr6y7506sx
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 12, 2021
राजनाथ सिंह ने कहा कि 1971 का युद्ध भारतीय सेना के तीनों अंगों के बीच एकजुटता और एकीकरण का एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा, ‘इस युद्ध ने हमें नियोजन, प्रशिक्षण और मिलकर लड़ने का महत्व सिखाया है।’ उन्होंने भारत ने बांग्लादेश में लोकतंत्र स्थापित करने में योगदान दिया है और यह खुशी की बात है कि बांग्लादेश ने पिछले 50 वर्ष में विकास में काफी प्रगति की है।
भारतीय सैनिकों के बलिदान को देश सदैव याद रखेगा
रक्षा मंत्री ने भारतीय सेना के प्रत्येक सैनिक की बहादुरी और बलिदान को सलाम किया और कहा कि इन्हीं की बदौलत भारत ने यह युद्ध जीता। देश इनके बलिदान को हमेशा याद
दो दिन के इस समारोह में 1971 के युद्ध में इस्तेमाल किए गए हथियारों तथा उपकरणों के साथ प्रमुख युद्धों के अंश की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। उद्घाटन के बाद अब यह प्रदर्शनी आम जनता के लिए खोल दी गई। कार्यक्रम का समापन सोमवार को होगा, जिसमें राजनाथ सिंह सहित भारत और बांग्लादेश के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे।