जयपुर, 22 जुलाई। राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने शुक्रवार को कहा कि वह हमेशा सच के लिए खड़े रहने वाले व्यक्ति हैं और उन्हें सच बोलने की सजा मिली है। विधानसभा में उनके बयानों के लिए अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा शुक्रवार की रात राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
‘महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में यह राज्य नंबर वन बन गया है‘
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा, ‘मैं हमेशा सच बोलता हूं, मैं वही हूं…मुझे सच बोलने की सजा मिली। मुझे उदयपुरवाटी में महिलाओं ने इसलिए चुना है ताकि मैं उनकी रक्षा कर सकूं और उनका सम्मान बरकरार रख सकूं। लेकिन राजस्थान में दिन-ब-दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं…महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में यह राज्य नंबर वन बन गया है…हमें आत्ममंथन करने की जरूरत है, नहीं तो हम लोगों का सामना कैसे करेंगे? मैंने बस इतना ही कहा था।’
गुढ़ा ने कहा, ‘ऐसा बयान देकर मैंने कोई अपराध नहीं किया…मैंने राज्य सरकार को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जब भी कोई समस्या आई तो मैं हमेशा अशोक गहलोत के साथ खड़ा रहा।’
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में राज्य सरकार की आलोचना करने के कुछ ही घंटों बाद राजेंद्र गुढ़ा को राज्य मंत्री पद से हटा दिया। गुढ़ा ने विधानसभा में कहा था, ‘जिस तरह से हम राजस्थान में महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल रहे हैं और महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, ऐसे में हमें मणिपुर का मुद्दा उठाने की बजाय आत्ममंथन करना चाहिए।’ गुढ़ा सैनिक कल्याण, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा, पंचायती राज और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री (MoS) के रूप में कार्यरत थे।