जयपुर, 11 अप्रैल। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरुद्ध काररवाई की मांग करते हुए मंगलवार को यहां लगभग पांच घंटे तक मौन अनशन किया और अनशन खत्म करने के बाद उम्मीद जताई कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर आवश्यक काररवाई करेगी।
पार्टी विरोधी होने के आरोपों के बीच अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे सचिन पायलट का अनशन पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न चार बजे तक यहां शहीद स्मारक पर चला। आखिर में अलग–अलग धर्मों के प्रतिनिधियों ने पायलट का अनशन तुड़वाया। इससे पहले उन्हें उपरना, दुपट्टा और माला भी पहनाए गए। अनशन में साथ देने के लिए पायलट ने सभी समर्थकों का आभार जताया।
सचिन पायलट ने अनशन खत्म करने के बाद मीडिया के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने राजस्थान कांग्रेस प्रभारी रंधावा के वक्तव्य पर कहा, ‘रंधावा जी कुछ महीने पहले ही प्रभारी बने हैं। मैंने जब पत्र लिखा, तब अजय माकन प्रभारी थे। उन्हें सभी पत्रों की जानकारी दी गई थी। हमने भाजपा के करप्शन को हर राज्य में उजागर किया है। ऐसे में उम्मीद है कि दीमक की तरह खोखला करने वाले करप्शन को हम खत्म करेंगे। कांग्रेस पार्टी में मुझे 22 वर्षों से जो दायित्व मिला, वह मैंने पूरा किया है। मेरा मुद्दा पब्लिक में है, नया नहीं है।’
‘सीएम को दो बार मेरे पत्र लिखने के बाद भी काररवाई नहीं हुई‘
पायलट ने कहा, ‘सीएम को दो बार मेरे पत्र लिखने के बाद भी काररवाई नहीं हुई। विपक्ष में रहते हुए हमने पिछली वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ आंदोलन किया था। चार वर्षों में काररवाई की उम्मीद थी, लेकिन नहीं हुई। हम जनता के बीच क्या मुंह लेकर जाएंगे। लेकिन अब मैं उम्मीद करता हूं कि काररवाई होगी।’ इसी क्रम में कर्नाटक चुनाव को लेकर पायलट ने कहा कि वहां भाजपा की 40 प्रतिशत की सरकार है। जनता उन्हें चुनाव में बाहर कर देगी।