Site icon hindi.revoi.in

आईपीएल -17 : शहबाज व अभिषेक के स्पिनजाल में फंसा राजस्थान रॉयल्स, सनराइजर्स हैदराबाद तीसरी बार फाइनल में

Social Share

चेन्नई, 24 मई। दक्षिण अफ्रीकी कद्दावर हेनरिक क्लासेन की तेज अर्धशतकीय पारी (50 रन, 34 गेंद, चार छक्के) के बाद वामहस्त स्पिनरद्वय शहबाज अहमद (3-23) व अभिषेक शर्मा (2-24) ने ऐसा स्पिनजाल फैलाया कि ध्रुव जुरेल (नाबाद 56 रन, 35 गेंद, दो छक्के, सात चौके) व ओपनर यशस्वी जायसवाल (42 रन, 21 गेंद, तीन छक्के, चार चौके) के तूफानी प्रयासों के बावजूद राजस्थान रॉयल्स (RR) के अन्य बल्लेबाज फंस कर रह गए और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में 36 रनों की शानदार जीत से टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL-17) के फाइनल में प्रवेश कर लिया।

176 रनों के लक्ष्य के सामने 139 तक पहुंच सकी संजू सैमसन की टीम

एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी पर बाध्य एसआरएच ने क्लासेन, ओपनर ट्रेविस हेड (34 रन, 28 गेंद, एक छक्का, तीन चौके) व राहुल त्रिपाठी (37 रन, 15 गेंद, दो छक्के, पांच चौके) की तेज पारियों से नौ विकेट पर स्कोर 175 रनों तक खींच दिया था।

जवाब में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ शहबाज व अभिषेक सहित अन्य गेंदबाजों की कसावट के सामने संजू सैमसन की टीम सात विकेट पर 139 रनों तक ही पहुंच सकी और बड़ी पराजय गले लगा बैठी। इसके साथ ही राजस्थान रॉयल्स का आईपीएल में सफर समाप्त हो गया, जिसने एलिमिनेटर में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को चार विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश की पहली बाधा पार की थी।

कमिंस एंड कम्पनी 26 मई को केकेआर से फाइनल में भिड़ेगी

वर्ष 2016 की चैम्पियन व 2018 की उपजेता एसआरएच टीम आईपीएल के 17 वर्षों के इतिहास में तीसरी बार फाइनल में पहुंची है और पैट कमिंस एंड कम्पनी का अब 26 मई को इसी मैदान पर दो बार (2012 व 2014) के पूर्व विजेता कोलकाता नाइट राइट राइडर्स (KKR) से खिताबी मुकाबला होगा।

6 दिनों में दूसरी बार आमने-सामने होंगी दोनों टीमें

दिलचस्प तो यह है कि ये दोनों ही टीमें छह दिनों के भीतर दूसरी बार आमने-सामने होंगी। गत 21 मई को अहमदाबाद में लीग चरण की शीर्ष दो टीमों के बीच खेले गए पहले क्वालीफायर मुकाबले में शीर्षस्थ श्रेयस अय्यर एंड कम्पनी ने आठ विकेट की बड़ी जीत से एसआरएच को दूसरा क्वालीफायर खेलने के लिए बाध्य कर दिया था। अब यह देखना वाकई दिलचस्प होगा कि कमिंस के रणबांकुरे चौथी बार फाइनल खेलने के लिए तैयार केकेआर से पिछली पराजय का हिसाब चुकाने में कितना ताव दिखा पाते हैं।

2016 में वॉर्नर ने दिलाई थी ट्रॉफी, अब कमिंस के कंधों पर जिम्मेदारी

गौर करने वाली बात यह है कि वर्ष 2016 में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डेविड वॉर्नर ने एसआरएच को पहली बार ट्रॉफी दिलाई थी और अब उस पैट कमिंस के हाथों में टीम की बागडोर है, जिसनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने पिछले वर्ष नवम्बर में भारतीय धरती पर भारत को ही हराकर छठी बार एक दिनी विश्व कप जीता था। और तो और, उस फाइनल के हीरो ट्रेविस हेड भी मौजूदा आईपीएल में बतौर ओपनर एसआरएच के लिए अहम भूमिका निभाते रहे हैं।

क्लासेन, हेड व राहुल ने एसआरएच को दिया चुनौतीपूर्ण स्कोर

मुकाबले की बात करें तो राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजों – ट्रेंट बोल्ट (3-45), आवेश खान (3-27) व संदीप शर्मा (2-25) ने अपनी ओर से एसआरएच को भरसक झटका देने की कोशिश की। लेकिन पहले ही ओवर में 13 पर पहला विकेट गिरने के बाद राहुल त्रिपाठी ने ट्रेविस हेड को सहारा दिया। फिर पांचवें ओवर में 57 रनों तक तीन विकेट गिरने के बाद हेड संग क्लासेन ने स्थिति संभाल ली।

गेंद व बल्ले की कश्मकश के बीच 14वें ओवर में सनराइजर्स के छह विकेट 120 के स्कोर पर लौट चुके थे। लेकिन क्लासेन ने अंतिम प्रहार किया और शहबाज अहमद (18 रन, 18 गेंद, एक छक्का) संग सातवें विकेट पर 43 रनों की सबसे बड़ी साझेदारी कर दी, जिससे टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर ले गई।

यशस्वी लौटे तो ध्रुव जुरेल को दूसरे छोर से कोई साथ नहीं मिला

जवाबी कारवाई में यशस्वी ने लगातार दूसरे मैच में तेज स्कोरिंग की, लेकिन उनके साथी ओपनर टॉम कैडमोर (10) को पैट कमिंस ने जल्द निबटा दिया (1-24)। संजू (10 रन) यशस्वी का साथ देने उतरे तो उनके बीच 41 रनों की साझेदारी सबसे बड़ी साबित हुई क्योंकि शहबाज ने आठवें ओवर में यशस्वी को क्या लौटाया कि लाइन ही लग गई और ध्रुव जुरेल को दूसरे छोर से कोई साथ नहीं मिला।

स्कोर कार्ड

इस क्रम में शहबाज ने यशस्वी के बाद रियान पराग (6) व रविचंद्रन अश्विन (0) की भी विदाई कर दी जबकि अभिषेक ने संजू और शिमरॉन हेटमायर (4) के रूप में दो बड़े झटके दिए। 14वें ओवर में 92 पर छह विकेट गिरने के बाद एक छोर पर खड़े जुरेल ने पिछले मैच के हीरो रोवमन पॉवेल (छह रन) संग 32 रनों की साझेदारी से मैच खींचने की अंतिम कोशिश की, लेकिन 18वें ओवर में पावेल के लौटने से साथ उनका धैर्य भी जवाब दे गया क्योंकि बची 14 गेंदों पर टीम जीत से 52 रन दूर खड़ी थी।

Exit mobile version