जयपुर, 3 जून। कोरोना महामारी से बच्चों को बचाने की कवायद में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (आईसीएसई) बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं रद किए जाने के बाद विभिन्न राज्य सरकारों ने भी वैसा ही कदम उठाना शुरू कर दिया है।
इस क्रम में अब राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं रद करने का फैसला किया है। इन परीक्षाओं में करीब 21 लाख छात्रों को शामिल होना था। हालांकि शिक्षा गोविंद सिंह डोटासरा चाहते थे कि परीक्षाएं आयोजित की जाएं और इसे लेकर तैयारियां भी चल रहीं थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार पर परीक्षाएं रद करने का चौतरफा दबाव भी पड़ रहा था।
गहलोत मंत्रिमंडल की बुधवार की रात हुई बैठक में लाखों छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परीक्षाओं को रद करने का फैसला किया गया। कैबिनेट बैठक के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि अब मार्किंग सिस्टम तय कर छात्रों को प्रोन्नत किया जाएगा।
जल्द ही तय किया जाएगा मार्किंग सिस्टम
डोटासरा ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक, बोर्ड के अधिकारी और शिक्षा विभाग के अधिकारी मिलकर जल्द ही मार्किंग सिस्टम तय करेंगे। मार्किंग सिस्टम से सहमत नहीं होने वाले छात्रों के लिए कोरोना खत्म होने पर परीक्षा देने के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है। सीबीएसई में भी ऐसा ही विकल्प खुला रखा गया है और राजस्थान में भी उसे अपनाया जा सकता है।
7 जून से शुरू होगा नया शैक्षणिक सत्र, शिक्षकों को राहत
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सात जून से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र पर भी बैठक में चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि जितना लॉकडाउन खुला, उसी अनुपात में शिक्षक स्कूलों में बुलाए जाएंगे। केवल जरूरी संख्या में ही शिक्षकों को स्कूल बुलाया जाएगा और शेष को दूसरे कार्यों में लगाया जाएगा। इसके साथ ही लॉकडाउन में बाहरी जिलों से आने में ससमर्थ शिक्षकों पर कोई काररवाई नहीं की जाएगी।
एमपी, गुजरात व उत्तराखंड में भी रद हो चुकी हैं परीक्षाएं
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश, गुजरात व उत्तराखंड सरकारें भी कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं रद कर चुकी हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में अब तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सरकार का कहना है कि स्थिति अनुकूल रही तो जुलाई के मध्य में 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं कराई जाएंगी। वैसे उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने दो दिन पहले यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बाबत जल्द फैसला करेंगे।