उदयपुर, 29 जून। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहन लाल लाठर ने बुधवार को खुलासा किया कि उदयपुर हत्याकांड मामले का आतंकी कनेक्शन है, जिसमें मुख्य आरोपित गौस मोहम्मद ने वर्ष 2014-15 में पाकिस्तान में 45 दिन ट्रेनिंग ली थी। मौजूदा समय वह आठ मोबाइल नंबरों से पाकिस्तान से लगातार संपर्क में था।
गौरतलब है कि गौस मोहम्मद और उसके साथी मोहम्मद रियाज ने मंगलवार को उदयपुर में दिनदहाड़े दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया। उन्होंने पेश से दर्जी 48 वर्षीय कन्हैया लाल तेली की दुकान में घुसकर उसकी कटार से गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी थी।
राजस्थान पुलिस, महानिदेशक श्री एम.एल. लाठर ने आमजन से की सौहार्द की अपील। #DGP ने कहा, सद्भाव और शांति है हमारी सामूहिक जिम्मेदारी।
अफवाहों पर ध्यान ना दें, कोई शंका हो तो पुलिस से सम्पर्क करें।
साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखें।#RajasthanPolice pic.twitter.com/5Ljfv0g89k
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यहीं नहीं हत्यारों ने वारदात के बाद एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी तक को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। दोनों हत्यारे कन्हैया लाल से सिर्फ इसलिए नाराज थे कि उसके मासूम बेटे ने भाजपा की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट प्रचारित किया था।
हत्यारों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज
एमएल लाठर ने बताया कि आरोपित गौस मोहम्मद अरब देशों और नेपाल में भी रह कर आया था। वह स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहा था। डीजीपी ने बताया कि दर्जी की नृशंस हत्या के मामले में आतंकवाद विरोधी अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस घटना को आतंकी हमला मानकर जांच-पड़ताल जारी है।
#उदयपुर प्रकरण के संबंध में महानिदेशक पुलिस श्री एम.एल. लाठर की मीडियाकर्मियों से बातचीत का #फेसबुक पर लाइव प्रसारणःhttps://t.co/Chglpi5b2i
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दोनों मुख्य आरोपितों के अलावा 3 अन्य संपर्की हिरासत में
उन्होंने कहा, ‘अब तक दो लोग मुख्य आरोपित हैं। उनके अलावा हमने तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया है, जिनके साथ वे संपर्क में थे। आगे की जांच एनआईए करेगी, जिसमें राजस्थान एटीएस पूरा सहयोग करेगा।
अपेक्षित काररवाई न करने के आरोप में एसएचओ और एएसआई निलंबित
डीजीपी लाठर ने यह भी बताया कि क्षेत्रीय एएसआई और एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने इस घटना से पहले पीड़ित क्षेत्र में पहले से ही ध्रुवीकृत स्थिति को शांत करने के लिए आवश्यक काररवाई नहीं की थी। उल्लेखनीय है कि उदयपुर में इस दहला देने वाली घटना के बाद पूरे शहर में जगह-जगह पुलिस तैनात कर दी गई है। इसके अलावा सात थाना इलाकों में कर्फ्यू लागू है। वहीं पूरे राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद है।