पाली, 24 नवम्बर। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है। गहलोत ने हालिया दिनों में गुरुवार को सचिन पायलट पर सबसे बड़ा हमला करते हुए उन्हें गद्दार तक कह दिया और दावा किया कि वह कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे।
कुछ समय से गहलोत सीधे सचिन पायलट से जुड़े सवालों के जवाब देने से बच रहे थे। लेकिन एनडीटीवी से बातचीत अशोक गहलोत फट पड़े और कहा, ‘एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता … ऐसा आदमी, जिसके पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने विद्रोह किया। उसने पार्टी को धोखा दिया, (वह) गद्दार हैं।’
अशोक गहलोत ने कहा, ‘यह भारत के लिए पहली बार था कि जब एक पार्टी अध्यक्ष ने अपनी ही सरकार को गिराने की कोशिश की। उस बगावत (2020) को भाजपा ने फंड किया था और उसके पीछे अमित शाह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल थे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि पायलट ने दिल्ली में दो वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों के साथ मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, ‘अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान शामिल थे। उन्होंने (पायलट सहित) दिल्ली में एक बैठक की।’
पायलट ने 2020 में 19 विधायकों सग कर दी थी बगावत
गौरतलब है कि वर्ष 2020 के मध्य में सचिन पायलट ने अपने 19 समर्थक विधायकों के साथ बगावत कर दी थी। वह राजधानी के पास एक फाइव स्टार होटल पहुंच गए थे। कांग्रेस हाई कमान को पायलट ने सीधी चुनौती दी थी।
सूत्रों की मानें तो सचिन पायलट 2018 के राजस्थान चुनाव कांग्रेस की जीत के साथ ही मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन उस समय गहलोत ने बाजी मार ली थी। पायलट को डिप्टी सीएम पद से संतोष करना पड़ा था। वर्ष 2020 में हुई बगावत के बाद पायलट को डिप्टी सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पुनिया बोले – ‘कांग्रेस राजस्थान खो रही, इसलिए गहलोत निराश‘
हालांकि, भाजपा ने गहलोत के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा, ‘कांग्रेस नेतृत्व अपने घर को व्यवस्थित करने में विफल रहा है। कांग्रेस राजस्थान खो रही है, इसलिए गहलोत निराश हैं। गहलोत अपनी विफलता के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।”
‘भारत जोड़ो यात्रा‘ में शामिल हुए पायलट
फिलहाल अशोक गहलोत के तीखे प्रहारों के बीच सचिन पायलट आज ही मध्य प्रदेश में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए। पायलट ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ काफी देर पदयात्रा भी की। तीनों की साथ में सामने आई तस्वीर के बाद इसके राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि चर्चा के दौरान सचिन पायलट ने राजस्थान संकट को लेकर भी बातचीत की होगी। पायलट कैंप लंबे समय से नेतृत्व परिवर्तन की मांग करते हुए सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहा है।