कराची, 26 अगस्त। पाकिस्तान में जबर्दस्त बारिश के कारण आई बाढ़ से अब तक 937 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इसके बाद देश में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने लगातार मानसून की बारिश को मानवीय संकट करार दिया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा संकलित नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 14 जून से अब तक सिंध प्रांत में बाढ़ और बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण सबसे अधिक 306 लोगों की मौत हुई है।
इस वर्ष देश में 241 प्रतिशत अधिक बारिश हुई
ज्ञातव्य रहे कि इस साल पाकिस्तान में 241 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। अगस्त में 48 मिमी के औसत के विपरीत 166.8 मिमी बारिश हुई। जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने इस बात को स्वीकार किया कि लगातार हो रही बारिश के कारण राहत कार्यों को अंजाम देना मुश्किल हो गया है। एनडीएमए में प्रधानमंत्री द्वारा एक वॉर रूम की भी स्थापना की गई है।
2010 की विनाशकारी बाढ़ के साथ वर्तमान स्थिति की तुलना करते हुए रहमान ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने पिछले कुछ हफ्तों में 3 करोड़ से अधिक लोगों को प्रभावित किया है।
24 घंटों में देशभर में 82,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त
वहीं, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी कार्यालय (OCHA) ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया कि पिछले 24 घंटों में देशभर में 82,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 150 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई है।