नई दिल्ली, 21 अगस्त। हिमाचल प्रदेश सहित कई उत्तरी और पूर्वी राज्यों में मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन कहर बरपा दिया है। हिमाचल के अलावा, उत्तराखंड, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, ओडिशा और झारखंड भूस्खलन व अचानक आई बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
उत्तरी और पूर्वी भारत में मॉनसूनी बारिश के कारण पिछले तीन दिनों में 31 लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। इसमें अकेले हिमाचल के 22 लोग हैं। वहीं, उत्तराखंड-ओडिशा में चार-चार और झारखंड में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है। हिमाचल में मरने वालों में आठ एक ही परिवार के हैं। वहीं, प्रदेश में दस लोग इन हादसों में घायल हुए है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है। तेज बारिश के ही चलते तीर्थयात्रियों को जम्मू और कश्मीर में माता वैष्णो देवी मंदिर में अपनी चढ़ाई जारी रखने से रोक दिया गया है।
हिमाचल में भूस्खलन सहित अन्य घटनाओं में 22 मरे
हिमाचल प्रदेश में वर्षा-संबंधित घटनाओं में 22 व्यक्तियों की मौत हुई जबकि 12 घायल हुए हैं। बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों से होने की खबर है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि मंडी में मंडी-कटोला-पराशर मार्ग पर बाघी नाले में अचानक आई बाढ़ में लापता हुए पांच लोगों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
इलाके में शनिवार को बादल फटने की घटना के बाद कई परिवार बाघी और ओल्ड कटोला के बीच स्थित अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने पहुंचे। मोख्ता ने कहा कि शोघी और तारा देवी के बीच सोनू बंगला में भूस्खलन के बाद शनिवार शाम को शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था। हालांकि, अब वहां वाहनों की आवाजाही की मंजूरी दे दी गई है। मंडी जिले के उपायुक्त ने बताया कि अकेले मंडी जिले में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 13 लोगों की मौत हो गई और छह लोग लापता हो गए।
ओडिशा में 7 लाख से अधिक लोग प्रभावित
अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा पहले से ही लगातार बारिश के कारण महानदी में बाढ़ के प्रभाव से जूझ रहा है, जिससे सात लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, और उनमें लगभग पांच लाख अब भी 763 गांवों में फंसे हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक संबलपुर जिले के कुचिंडा इलाके में कम से कम दो शव निकाले जाने के साथ बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई। उनके अनुसार शुक्रवार रात को दीवार गिरने से दो लड़कियों समेत चार लोगों की मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव क्षेत्र के कारण हुई जोरदार बारिश और बाद में झारखंड से गलुडीह बैराज से बाढ़ का पानी छोड़े जाने के चलते उत्तरी ओडिशा में सभी नदियां उफान पर हैं।
उत्तराखंड में 4 लोगों की मौत, 10 लापता
उत्तराखंड राज्य में शनिवार को बादल फटने की विभिन्न घटना के कारन कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि 10 लोगों के लापता होने की खबर है। तेज बारिश के वजह से कई तटबंध टूट गए और पुल बह गए हैं। वहीं, कई घरों के अंदर कीचड़ और पानी जमा हो गया है। इस वजह से कई गांवों के लोगों को घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उत्तराखंड के पौड़ी जिले में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है।