कुल्लू, 6 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में जारी बारिश के बीच कुल्लू जिले के मणिकर्ण में बुधवार की भोर में बादल फटने से बड़ी तबाही की खबर है। वहीं चोज में एक होमस्टे, कैंपिंग साइट और एक पैदल पुल बाढ़ की चपेट में आने से बह गए। हादसे में एक महिला सहित पांच कामगार लापता बताए जा रहे हैं। वहीं, किन्नौर जिले में भूस्खलन होने की वजह से एनएच-5 बंद हो गया है। फिलहाल हाईवे को खोलने के लिए टीम लगी हुई है।
स्थानीय छलाल पंचायत के प्रधान चुनी लाल ने बताया कि मणिकर्ण और कसोल के बीच बुधवार भोर में करीब 5 बजे बादल फटने की घटना हुई। इसके अलावा जिला कुल्लू के अंतर्गत मणिकर्ण घाटी की पार्वती नदी के सहायक नाले चोज गांव में बुधवार सुबह पानी एकाएक बढ़ गया। इस वजह से पार्वती नदी के किनारे स्थित एक कैंपिंग साइट पूरी तरह से तबाह हो गई है। केपिंग साइट से कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है।
मणिकर्ण घाटी में बादल फटने से आई बाढ़ में मलाणा गांव के पास मलाणा पावर प्रोजेक्ट की एडिट 1 (टनल) के समीप नाला में एक स्थानीय महिला शाजी देवी (उम्र 34 वर्ष ) पत्नी सिंगाराम निवासी साराबेहड़ मलाणा जिला कुल्लू के पानी में बहने की सूचना है। इसके अतिरिक्त 10 से 12 घोड़े व लोगों की गाड़ियों के बहने की सूचना है। स्थानीय मलाणा पंचायत के उपप्रधान राजू राम ने बाढ़ में घोड़ों के बहने की पुष्टि की है। वहीं कई जगहों पर सड़क के बंद होने से पर्यटक व आम लोग फंसे हुए है।
पहाड़ी में बादल फटने से मची तबाही
बादल फटने के बाद पार्वती नदी का जलस्तर भी उफान पर है और पूरी घाटी में अफरा-तफरी का माहौल है। पार्वती नदी के किनारे स्थित पर्यटकों के लिए कैंपिंग साइट बनाई गई थी, वह भी बह गई है। मणिकर्ण घाटी के अधिकतर मार्ग बंद हो गए हैं और जगह-जगह भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटना से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भूस्खलन होने से एन-एच-5 सुबह से बंद
दूसरी ओर, झाकड़ी के नजदीक ब्रोनी खड्ड के पास भूस्खलन होने से एन-एच-5 सुबह से बंद है। हाईवे के बंद होने से किन्नौर के लिए संपर्क मार्ग बंद हो गया है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।