नई दिल्ली, 20 अगस्त। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 75 हफ्तों में देश के हर कोने को 75 वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों से आपस में जोड़ने के लिए भारतीय रेलवे ने युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। योजना के अनुसार रेलवे अगले वित्तीय वर्ष 2022-23 में हर माह अपनी पूरी क्षमता के साथ ऐसी छह ट्रेनों का निर्माण शुरू कर देगी।
75 हफ्तों में 75 वंदेभारत एक्सप्रेस चलाने का लक्ष्य
ज्ञातव्य है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए वर्ष 2023 तक 75 नई वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू करने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही रेल मंत्रालय पीएम की घोषणा को जमीनी स्तर पर उतारने में जुट गया है। इसके तहत रेलवे हर माह छह वंदेभारत एक्सप्रेस का निर्माण करेगी, ताकि निर्धारित समय सीमा में 75 वंदेभारत एक्सप्रेस देश के सभी प्रमुख शहरों से शुरू हो सकें।
एक वर्ष में तैयार की जाएंगी 73 वंदेभारत ट्रेनें
प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल, 2022 से लेकर मार्च, 2023 तक प्रत्येक माह छह वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का निर्माण किया जाएगा। वहीं किसी एक माह में एक अतिरिक्त वंदेभारत का निर्माण होगा। इस तरह एक वर्ष में 73 वंदेभारत एक्सप्रेस तैयार कर ली जाएंगी, जिनका देश के विभिन्न शहरों के बीच परिचालन किया जाएगा। वर्तमान में दो वंदेभारत एक्सप्रेस का निर्माण किया जा रहा है, जो मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा। ट्रायल और सीआरएस क्लीयरेंस के बाद इनका सुचारू रुप से संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
देश में अभी सिर्फ दो वंदेभारत ट्रेनों का संचालन हो रहा
मौजूदा समय में देश में केवल दो वंदेभारत एक्सप्रेस का संचालन हो रहा है। इनमें एक नई दिल्ली से वाराणसी और दूसरी नई दिल्ली से कटरा के बीच चलाई जाती है। मौजूदा वंदेभारत एक्सप्रेस की संख्या भी जोड़ लें, तो यह संख्या 77 हो जाएगी।
तकनीकी रूप से कई बदलाव भी किए जाएंगे
अभी देश में वंदेभारत एक्सप्रेस केवल आईसीएफ चेन्नै में तैयार की जा रही है। लेकिन जल्द ही ये ट्रेनें देश के दो और अन्य कोच फैक्ट्रियों में तैयार हो सकेंगी। आईसीएफ चेन्नै के अलावा मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) रायबरेली और रेल फैक्ट्री कपूरथला (आरसीएफ) कपूरथला में भी इनका निर्माण किया जाएगा। नई वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों में तकनीकी रूप से कई बदलाव भी किए जाएंगे।