नई दिल्ली, 17 अगस्त। राजधानी दिल्ली स्थित नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय का नाम मोदी सरकार ने बदल दिया है। अब इसे प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय के नाम से बुलाया जाएगा। वहीं स्मारक का नाम बदलने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। दो दिन के लेह-लद्दाख दौरे पर जाते वक्त मीडिया ने जब उनसे स्मारक संग्रहालय का नाम बदलने पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।
वहीं इससे पहले कांग्रेस ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि सरकार चाहे नाम बदल ले, लेकिन नेहरू की विरासत हमेशा जिंदा रहेगी और वह पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। इसके अलावा कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने के मुद्दे पर सरकार को घेरा।
संदीप दीक्षित ने कहा कि यह नाम इसलिए नहीं बदला गया है कि दूसरे प्रधानमंत्रियों का काम दिखाना चाहते हैं, बल्कि वह नेहरूजी का नाम दबाना चाहते हैं। संदीप दीक्षित ने कहा कि 17 साल में नेहरूजी ने जो काम किया, उसकी व्यापकता बाकी प्रधानमंत्रियों की तुलना में दिखती नहीं है इसलिए यह बहुत ही चालाकी से किया गया है।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा था कि मोदी के पास भय, कठिनाई और असुरक्षा का एक बड़ा बंडल है। खासतौर पर जब बात भारत के पहले और सबसे लंबे समय तक देश सेवा करने वाले प्रधानमंत्री नेहरू की होती है, तो वे चीजें साफतौर पर नजर आ जाती हैं। केंद्र सरकार ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदल दिया है। अब NMML का नाम बदलकर पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (PMML) कर दिया गया है। स्वतंत्रता दिवस पर नाम परिवर्तन को औपचारिक रूप दिया गया था।