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राहुल गांधी का तीखा हमला : यूपी में भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार पूरी तरह विफल

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रायबरेली, 21 फरवरी। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोलते हुए यूपी में उसकी तथाकथित ‘डबल इंजन’ सरकार को पूरी तरह विफल बताया और उसे ‘इंजन रहित’ सरकार करार दिया।

यूपी में कांग्रेस की सत्ता आई तो रोजगार के अवसर सृजित करेगी

पिछले दो दिनों से अपने संसदीय क्षेत्र में मौजूद राहुल ने उत्तर प्रदेश सरकार पर बेरोजगारी और महंगाई को दूर करने में विफल रहने का आरोप लगाया और निजीकरण की दिशा में केंद्र के कदम की आलोचना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि कांग्रेस यहां में सत्ता में आती है, तो वह कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों की तरह रोजगार के अवसर सृजित करेगी।

यूपी में ‘डबल इंजन’ वाली नहीं वरन बिना इंजन वाली सरकार

लालगंज इलाके में युवाओं से बातचीत में राहुल ने कहा, “यह ‘डबल इंजन’ वाली सरकार नहीं है बल्कि यह बिना इंजन वाली सरकार है। जनता महंगाई और बेरोजगारी जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रही है, फिर भी सरकार के पास कोई ठोस समाधान नहीं है।”

नोटबंदी ने छोटे कारोबारियों को खत्म कर दिया

कांग्रेस सांसद ने बढ़ती बेरोजगारी के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि नोटबंदी ने छोटे कारोबारियों को खत्म कर दिया और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में सुधार उन्हें सहारा देने में विफल रहा। उन्होंने कहा, ‘युवाओं ने पढ़ाई की, लेकिन वे अब भी बेरोजगार हैं क्योंकि (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी लागू की, जिसने छोटे कारोबारियों को खत्म कर दिया। भ्रष्टाचार, अदाणी, अंबानी – आपको इनके बीच के संबंध को समझने की जरूरत है। अगर आपको रोजगार चाहिए, तो पहला कदम छोटे कारोबारियों को पुनर्जीवित करना और उनकी रक्षा करना है। जीएसटी में बदलाव की जरूरत है। जब तक बैंक आपके लिए अपने दरवाजे नहीं खोलेंगे, तब तक रोजगार संभव नहीं होगा।’

आम लोगों के लिए बुनियादी सेवाएं दुर्गम होती जा रहीं

राहुल गांधी ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के बढ़ते निजीकरण पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ‘आम लोगों के लिए बुनियादी सेवाएं दुर्गम होती जा रही हैं। निजी स्कूलों में पढ़ने के लिए लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन यदि डिग्री रोजगार नहीं देती तो यह कागज के बेकार टुकड़े से ज्यादा कुछ नहीं है। इसी तरह, निजी अस्पतालों में इलाज कराना आम आदमी के लिए मुश्किल होता जा रहा है।’

विश्वविद्यालयों के निजीकरण व आरक्षण कोटा हटाने का भी आरोप लगाया

उन्होंने सरकार पर आर्थिक असमानता बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘आम नागरिक अपनी जरूरतों पर जीएसटी देते हैं, लेकिन अमीर उद्योगपति उसी अनुपात में कर नहीं देते। यह स्पष्ट अन्याय है। हाल ही में अंबानी की शादी में 10 करोड़ रुपये की घड़ी देखी गई, यह पैसा कहां से आ रहा है?’ उन्होंने सरकार पर विश्वविद्यालयों का निजीकरण करने व आरक्षण कोटा हटाने का आरोप लगाया और कहा कि इससे हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए अवसर सीमित हो गए हैं।

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