नई दिल्ली, 9 जून। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी)’ मेडिकल प्रवेश परीक्षा विवाद को लेकर प्रधानमंत्री पद के लिए नामित नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि नए कार्यकाल के लिए मोदी के शपथ लेने से पहले ही परीक्षा में कथित ‘अनियमितताओं’ के कारण 24 लाख से अधिक छात्रों को नुकसान पहुंचा है।
राहुल गांधी ने देश के छात्रों को आश्वासन दिया कि वह संसद में उनकी आवाज बनेंगे और उनके भविष्य से जुड़े मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाएंगे। नीट-यूजी में अंक बढ़ाए जाने के आरोपों के बीच राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने कृपांक पाने वाले 1,500 से अधिक अभ्यर्थियों के परिणामों की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘नरेंद्र मोदी ने अभी शपथ भी नहीं ली है और नीट में हुई धांधली ने 24 लाख से अधिक छात्रों और उनके परिवारों को तोड़ दिया है।’’
नरेंद्र मोदी ने अभी शपथ भी नहीं ली है और NEET परीक्षा में हुई धांधली ने 24 लाख से अधिक स्टूडेंट्स और उनके परिवारों को तोड़ दिया है।
एक ही एग्जाम सेंटर से 6 छात्र मैक्सिमम मार्क्स के साथ टॉप कर जाते हैं, कितनों को ऐसे मार्क्स मिलते हैं जो टेक्निकली संभव ही नहीं है, लेकिन सरकार…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 9, 2024
कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने कहा कि एक ही परीक्षा केंद्र से छह छात्र अधिकतर अंक प्राप्त कर शीर्ष पर रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे अंक कितने छात्रों को मिलते हैं। यह तकनीकी रूप से संभव ही नहीं है, लेकिन सरकार प्रश्न पत्र लीक की संभावना को लगातार नकार रही है।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘शिक्षा माफिया और सरकारी तंत्र की मिलीभगत से चल रहे इस ‘प्रश्न पत्र लीक उद्योग’ से’’ निपटने के लिए ही कांग्रेस ने एक मजबूत योजना बनाई थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने घोषणा पत्र में कानून बनाकर छात्रों को ‘प्रश्न पत्र लीक से मुक्ति’ दिलाने का संकल्प लिया था।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आज मैं देश के सभी छात्रों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं संसद में आपकी आवाज बन कर आपके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाऊंगा।’’ उन्होंने कहा कि युवाओं ने ‘इंडियन नेशनल डेव्लपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) पर भरोसा जताया है और ‘इंडिया’ उनकी आवाज को दबने नहीं देगा।
वहीं एनटीए ने किसी भी अनियमितता को नकराते हुए कहा है कि एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) पाठ्य पुस्तकों में बदलाव तथा परीक्षा केंद्र में समय जाया होने के लिए दिए गए कृपांक विद्यार्थियों के अधिक अंक आने की वजह हैं।
इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया है और कई दलों ने इन परीक्षा की विश्वसनीयता को लेकर चिंता जताई है। कांग्रेस ने नीट में ‘‘अनियमितताओं’’ की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की शुक्रवार को मांग की और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर युवाओं को धोखा देने एवं उनके भविष्य के साथ खेलने का आरोप लगाया।