Site icon hindi.revoi.in

‘पनौती’ टिप्पणी पर घिरे राहुल गांधी, भाजपा की चुनाव आयोग से राहुल और खड़गे के खिलाफ भी काररवाई की मांग

Social Share

नई दिल्ली, 22 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘पनौती’ टिप्पणी को लेकर उभरा विवाद गरमा उठा है। अब भाजपा ने निर्वाचन आयोग से राहुल गांधी के खिलाफ काररवाई की मांग की है।

इसी क्रम में भाजपा महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल और एक अन्य पदाधिकारी ओम पाठक सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ भी निर्वाचन आयोग से काररवाई की मांग की है। उन पर यह झूठा दावा करने का आरोप लगाया कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उनकी जाति गुजरात की अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) सूची में शामिल थी।

ओम पाठक ने कहा कि घांची जाति को 1999 में ओबीसी सूची में शामिल किया गया था जबकि मोदी 2001 में मुख्यमंत्री बने थे। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को सौंपे गए अपने ज्ञापन में कहा, ‘हम निर्वाचन आयोग से अनुरोध करते हैं कि मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के खिलाफ उनके लगातार धोखाधड़ी, आधारहीन और अपमानजनक आचरण के लिए उचित कानूनी काररवाई की जाए और उनके खिलाफ निषेधात्मक आदेश पारित किया जाए। अन्यथा, यह चुनावी माहौल को खराब कर देगा और इससे सम्मानित व्यक्तियों को बदनाम करने के लिए अपशब्दों, आपत्तिजनक भाषा का उपयोग और झूठी खबरों को रोकना मुश्किल हो जाएगा।’

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने अहमदाबाद में विश्व कप क्रिकेट के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया से भारत की हार के बाद राजस्थान में एक चुनावी भाषण में मोदी के खिलाफ ‘पनौती’ शब्द का इस्तेमाल किया था। आम तौर पर पनौती शब्द ऐसे व्यक्ति के लिए बोला जाता है, जो बुरी किस्मत लाता है। अग्रवाल ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए उन्हें ‘विवेकहीन और मूल्यहीन’ राजनेता बताया और कहा कि विश्व के नेता मोदी का सम्मान करते हैं। भाजपा ने राहुल की टिप्पणी को शर्मनाक और अपमानजनक करार दिया है। साथ ही राहुल से माफी मांगने को कहा है।

राहुल गांधी ने चुनावी रैली में कहा था कि ‘पीएम का मतलब पनौती मोदी’ है। यह दुर्भाग्य से जुड़ा शब्द माना जाता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के बारे में गांधी की टिप्पणी शर्मनाक है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने अपना असली रंग दिखा दिया है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उनकी मां द्वारा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहे जाने के बाद कांग्रेस गुजरात में कैसे डूब गई थी।

इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए मीडिया को घेरा। उन्होंने मीडिया पर सवाल करते हुए कहा, “आज मीडिया के हमारे मित्र बहुत भावुक हो रहे हैं। हमें भाषा की मर्यादा पर सलाह दी जा रही है। अरे तब यह ‘ज्ञानचंद’ कहां थे जब भाजपा के नेता ‘राहु काल’, ‘पप्पू’, ‘मूर्खों के सरदार’ जैसे शब्द बोल रहे थे? एक ट्वीट दिखाइए, जहां भाषा की मर्यादा का ज्ञान भाजपा को बांटा हो।”

Exit mobile version