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राहुल गांधी बोले – ‘हरियाणा में अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं, शिकायतों से EC को अवगत कराएंगे’

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नई दिल्ली, 9 अक्टूबर। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेस-कांग्रेस गठबंधन को मिली जीत के एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया है वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर उनका कहना है कि कई विधानसभा क्षेत्रों से मिल रही शिकायतों से वह निर्वाचन आयोग (EC) को अवगत कराएंगे।

‘जम्मू-कश्मीर में I.N.D.I.A. की जीत संविधान की जीत

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “जम्मू-कश्मीर के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया – प्रदेश में I.N.D.I.A. की जीत संविधान की जीत है, लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं। अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को अवगत कराएंगे। सभी हरियाणावासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद। हक का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज बुलंद करते रहेंगे।’

हरियाणा के चुनावी कार्यक्रमों में राहुल की मौजूदगी करिश्मा नहीं कर पाई

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने हरियाणा में 12 चुनावी कार्यक्रम किए, जिनमें रैली, जनसभा और यात्रा शामिल थी। लेकिन उनकी मौजूदगी कोई करिश्मा नहीं कर पाई। कांग्रेस नेता ने जिन 12 विधानसभा सीटों पर जनसभाएं की, उनमें से सिर्फ 5 सीट पर ही पार्टी को जीत मिल पाई। वहीं चार पर भाजपा ने जीत हासिल की। इनमें से गन्नौर, सिरसा और बहादुरगढ़ में तो कांग्रेस को ऐसा झटका लगा कि यहां से निर्दलीय उम्मीदवार जीत गए।

गन्नौर सीट पर तो कांग्रेस प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे। मतलब, यहां पार्टी के अंदर की खेमेबाजी राहुल गांधी के प्रचार से खत्म नहीं हो पाई। राहुल ने मंच से कुमारी सैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हाथ मिलवाकर पार्टी के एकजुट होने का संदेश भी दिया था, लेकिन ये भी काम नहीं आया। राहुल ने महेंद्रगढ़, नूंह, सोनीपत, गोहाना, थानेसर, नारायनगढ़, बरवाला, गन्नौर, बहादुरगढ़ और असांध विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था।

पीएम मोदी ने 4 रैलियां कीं, उन सीटों पर जीत का स्ट्राइर रेट 75 फीसदी

वहीं हरियाणा में पीएम मोदी की सिर्फ चार रैलियां हुईं, लेकिन इसका व्यापक असर मतदाताओं पर पड़ता दिखा। पीएम मोदी ने 16 अगस्त को हरियाणा में चुनाव घोषणा के बाद पहली रैली 14 सितम्बर को की थी। पीएम ने जहां चुनावी सभाएं कीं, उन सीटों पर जीत का स्ट्राइक रेट 75 प्रतिशत रहा। यानी प्रधानमंत्री की बात और उनका साथ हरियाणा के लोगों को भी भा गया।

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