नई दिल्ली, 23 जुलाई। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पेगासस जासूसी कांड को लेकर केंद्र सरकार पर स्पष्ट आरोप लगाते हुए कहा कि उनका फोन भी टैप किया गया है। उन्होंने इस कृत्य के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है। साथ ही यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी न्यायिक जांच होनी चाहिए।
मॉनसून सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही शुरू होने के पूर्व संसद परिसर में वायनाड (केरल) से सांसद राहुल ने कहा, ‘पेगासस एक हथियार है। इजरायली सरकार इसे हथियार मानती है। यह हथियार आतंकवादियों और अपराधियों के खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने इस हथियार को हिन्दुस्तान की संस्थाओं और लोकतंत्र के खिलाफ प्रयोग किया है। मेरा फोन टैप किया गया।’
कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकतंत्र के खिलाफ जाकर जासूसी कराने के लिए गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की भी न्यायिक जांच होनी चाहिए।
- सरकार घोषणा करे कि न्यायिक जांच होगी : अधीर रंजन
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा – ‘हमें इस मामले की न्यायिक जांच चाहिए। सरकार घोषणा करे कि न्यायिक जांच होगी। जो जासूसी की गई है, उसमें नई-नई चीजें उजागर हो रही हैं। इस हालात में क्या चर्चा करेंगे। वे आज चर्चा करेंगे, कल एक दूसरा नाम आ जाएगा।’
- पहले सदन में चर्चा हो, फिर सरकार जवाब दे : खड़गे
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘आईटी मंत्री ने सफाई नहीं दी। पहले सदन में चर्चा होनी चाहिए। चर्चा के बाद अगर वह रिप्लाई देते, उसको स्टेटमेंट कहते हैं।’ गौरतलब है कि गुरुवार को उच्च सदन में आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव जैसे ही इस मामले में बयान देने के लिए उठे, टीएमसी सांसदों ने उनके हाथ से बयान की प्रति छीनकर उसे फाड़ दिया था।
खड़गे ने कहा, ‘अपने आप जो चाहें बोलकर चले जाना। लोकतंत्र में चर्चा होती है, फिर लोग बोलते हैं। सदस्यों का सुनकर उसके बाद अगर वे कोई स्टेटमेंट देते तो उसका कोई मूल्य है। वे सभी चीजों को दबाना चाहते हैं और अलोकतांत्रिक तरीके से चलाना चाहते हैं।
पेगासस मुद्दे को ही लेकर कांग्रेस, डीएमके और शिवसेना के सांसदों ने संसद परिसर में स्थित गांधी जी की प्रतिमा के पास फिर विरोध प्रदर्शन किया।