नई दिल्ली, 8 अक्टूबर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के संबंध में भाजपा की ओर से लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि कांग्रेस हर राष्ट्र विरोधी ताकत और संगठन के विरोध में हमेशा आगे रही है।
कांग्रेस के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की अगुआई कर रहे राहुल गांधी ने कर्नाटक में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि देश के लिए यह मायने नहीं रखता कि कौन किस समुदाय से आता है और उसकी सोच किस तरह की है। अगर वो राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखते हैं तो कांग्रेस हमेशा उनके खिलाफ खड़ी है।
LIVE: Shri @RahulGandhi addresses media amid Karnataka leg of the #BharatJodoYatra. https://t.co/9yyDUrZwuZ
— Congress (@INCIndia) October 8, 2022
भाजपा द्वारा कांग्रेस पर हाल में बैन किए गए पीएफआई के समर्थन के विषय में अपनी बात रखते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘इससे फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाले व्यक्ति कौन हैं और किस समुदाय से आते हैं। नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र-विरोधी कार्य है और हम हर उस व्यक्ति के खिलाफ लड़ेंगे, जो नफरत फैलाएगा।’
कपिल मिश्र ने पीएफआई की बंदी को कांग्रेस के समर्थन का आरोप लगाया था
दरअसल यह मुद्दा तब विवादों के घेरे में आया था, जब भाजपा के फायरब्रांड नेता कपिल मिश्र ने बीते 23 सितम्बर को आरोप लगाया था कि पीएफआई ने केरल में बंदी बुलाई है, जिसके कारण कांग्रेस ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोक दी है। इसके साथ ही कपिल मिश्र ने यह भी कहा था कि पीएफआई की बंदी को कांग्रेस का समर्थन मिलना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है और इसकी जितनी आलोचना की जाए, वो कम है।
वहीं कपिल मिश्र के आरोपों के संबंध में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पत्रकारों से कहा था कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में हफ्ते में एक दिन का ‘ब्रेक’ का प्रावधान रखा गया है और उसी के तहत यात्रा रोकी गई है। इसका पीएफआई की बंदी से कोई संबंध नहीं है। कपिल मिश्र भाजपा की विकृत मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं, जैसा की वह हमेशा से करते आ रहे हैं।
इतनी ही नहीं कपिल मिश्र के बयान पर पलटवार करते हुए पवन खेड़ा ने भाजपा से यह प्रश्न किया था कि क्या यह सच है कि हाल ही में मुसलमान समुदाय तक पहुंच बनाने के प्रयास में लगे हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत खुद पीएफआई से ‘माफी मांगो यात्रा’ निकालने वाले हैं।