नई दिल्ली, 6 जून। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की मतगणना के दिन चार जून को भारतीय शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है और उसे शेयर घोटाला करार देते हुए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) जांच की मांग उठा दी है।
मोदी, शाह व निर्मला ने जनता को निवेश करने की सलाह क्यों दी?
लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के उल्लेखनीय बेहतर प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा, ‘पहली बार हमने देखा कि चुनावों के दौरान पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की। नरेंद्र मोदी ने जनता को निवेश करने की सलाह क्यों दी? अमित शाह ने जनता से शेयर खरीदने को क्यों कहा? ‘फर्जी’ एग्जिट पोल के बाद शेयर बाजार में उछाल आया और फिर चार जून को पूरा मार्केट क्रैश हो गई।
प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, उनके लिए काम कर रहे एक्जिट पोल्स्टर्स और मित्र मीडिया ने मिलकर हिंदुस्तान के सबसे बड़े ‘स्टॉक मार्केट स्कैम’ की साजिश रची है।
5 करोड़ छोटे निवेशक परिवारों के 30 लाख करोड़ रु डूबे हैं।
हम मांग करते हैं कि JPC गठित कर इस ‘क्रिमिनल एक्ट’ की जांच की जाए। pic.twitter.com/jMp5lxwRXg
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 6, 2024
‘फर्जी‘ एग्जिट पोल के चलते शेयर बाजार का सबसे बड़ा घोटाला हुआ
राहुल गांधी ने कहा कि देश में ‘फर्जी’ एग्जिट पोल चलाए गए, जिसके बाद तीन जून को शेयर बाजार में तेजी आई और फिर चार जून को शेयर बाजार पूरी तरह धराशायी हो गया। पिछले चार वर्षों में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट के दौरान खुदरा निवेशकों ने 30 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए। यह शेयर बाजार का सबसे बड़ा घोटाला है।
भाजपा में उच्च पदों पर बैठे लोगों ने इस शेयर बाजार ‘घोटाले‘ को अंजाम दिया
राहुल ने कहा, ‘भाजपा नेताओं को जानकारी थी कि एग्जिट पोल गलत थे। हम सबसे बड़े शेयर बाजार ‘घोटाले’ की जेपीसी जांच चाहते हैं। भाजपा में उच्च पदों पर बैठे लोगों ने इस शेयर बाजार ‘घोटाले’ को अंजाम दिया। पीएम मोदी, गृह मंत्री शाह सीधे तौर पर इसमें शामिल हैं। हम प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री शाह और एग्जिट पोल करने वालों के खिलाफ जांच चाहते हैं।’