नई दिल्ली, 27 अक्टूबर। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कश्मीर में लक्षित हत्याओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला करने के साथ ही केंद्र सरकार पर यूपीए द्वारा अतीत में किए गए अच्छे कामों को नष्ट करने का आरोप लगाया।
‘प्रधानमंत्री सत्ता भोग रहे और कश्मीरी पंडित अपने ही देश में शरणार्थी’
राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा, ‘इस वर्ष कश्मीर में 30 टारगेटेड किलिंग्स हो चुकी हैं। पंडितों का पलायन तेजी से बढ़ रहा है। भाजपा ने यूपीए द्वारा किए गए अच्छे कामों को बर्बाद कर दिया है। सत्ता में आने से पहले बड़ी-बड़ी बातें करने वाले प्रधानमंत्री सत्ता भोग रहे हैं और कश्मीरी पंडित अपने ही देश में शरणार्थी बने हुए हैं।’
इस साल, कश्मीर में 30 टार्गेटिड किलिंग्स हो चुकी हैं। पंडितों का पलायन तेज़ी से बढ़ रहा है।
भाजपा ने यूपीए द्वारा किए गए अच्छे कामों को बर्बाद कर दिया है।
सत्ता में आने से पहले बड़ी-बड़ी बातें करने वाले PM सत्ता भोग रहे हैं और कश्मीरी पंडित अपने ही देश में शरणार्थी बने हुए हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 27, 2022
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गांधी का यह ट्वीट तब आया, जब उनकी पार्टी ने केंद्रशासित प्रदेश में अपने आठ वर्षों के शासन के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय की दुर्दशा पर मोदी सरकार से एक श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।
इसके पूर्व दिन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने केवल शून्य सहिष्णुता की बात करने के लिए भगवा खेमे पर निशाना साधा और कहा कि इसका सही अर्थ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा प्रदर्शित किया गया था। खेड़ा ने आरोप लगाया कि कश्मीरी पंडितों के कर्मचारियों को उनकी इच्छा के खिलाफ घाटी में काम पर लौटने की धमकी दी जा रही है।
कश्मीरी पंडितों का लगातार पलायन हो रहा है। पिछले 10 महीने में 30 कश्मीरी पंडित मारे जा चुके हैं। शोपियां, जहां 32 साल से कश्मीरी पंडितों के परिवार रुके रहे, उन्हें भी वहां से निकलना पड़ा।
मोदी सरकार अगर इसे सामान्य स्थिति कहती है तो उन्हें आंखें खोल लेनी चाहिए : श्री @Pawankhera pic.twitter.com/vobFnzuhwA— Congress (@INCIndia) October 27, 2022
कांग्रेस द्वारा ट्विटर पर शेयर किए गए वीडियो में पवन खेड़ा ने कहा, ‘शोपियां जिले जैसी जगह जहां 32 साल से कश्मीरी पंडित रह रहे हैं और कभी नहीं भागे, अब जाने को मजबूर हैं। इस दिवाली के दौरान 15 परिवार क्षेत्र से भाग गए।’
पवन खेड़ा ने दावा किया कि भाजपा सरकार के 70 मंत्री कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क कार्यक्रम चला रहे हैं, लेकिन उनमें से एक में भी कश्मीरी पंडितों के शिविरों में जाने की हिम्मत नहीं है।