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ऑस्ट्रेलियाई ओपन : राफेल नडाल ने रचा इतिहास, मेडवेडेव को हरा रिकॉर्ड 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता

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मेलबर्न, 30 जनवरी। मेलबर्न पार्क का रॉड लेवर एरेना रविवार को टेनिस इतिहास के अविस्मरणीय मुकाबलों में एक का साक्षी बना, जब स्पेनिश महारथी राफेल नडाल ने शुरुआती दो सेट गंवाने के बाद असाधारण वापसी की और रूसी डेनिस मेडवेडेव को हराकर दूसरी बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन का पुरुष एकल खिताब जीत लिया। इसके साथ ही नडाल टेनिस इतिहास में सर्वाधिक 21 ग्रैंड स्लैम उपाधि जीतने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए। इस क्रम में उन्होंने अपनी पीढ़ी के दो दिग्गजों – नोवाक जोकोविच और रोजर फेडरर को पीछे छोड़ दिया, जिनके नाम 20-20 मेजर खिताब हैं।

शुरुआती दो सेट गंवाने के बाद नडाल ने की असाधारण वापसी

स्थानीय घड़ियों में मध्यरात्रि बाद एक बजकर 12 मिनट हो चुके थे, तभी पूर्व विश्व नंबर एक नडाल ने पांच घंटे 24 मिनट तक खिंची मैराथन खिताबी कश्मकश 2-6, 6-7 (5), 6-4, 6-4, 7-5 से अपने नाम की और 14 वर्षों में दूसरी बार वर्ष की पहली ग्रैंड स्लैम उपाधि जीतने में सफल हो गए। वर्ष 2009 में यहां पहली बार श्रेष्ठता सिद्ध करने वाले 35 वर्षीय नडाल को उसके बाद चार बार फाइनल में पराजय झेलनी पड़ी थी।

मेडवेडेव ने पिछले वर्ष अमेरिकी ओपन में जोकोविच का स्वप्न तोड़ा था

गत उपजेता और मौजूदा विश्व नंबर दो मेडवेडेव ने छठी सीड नडाल के खिलाफ शुरुआत तो शानदार की पहले दोनों सेट जीत लिए तो एकबारगी लगा कि विश्व नंबर एक नोवाक जोकोविच के बाद अब वह नडाल का स्वप्न भी तोड़ने के लिए तैयार हैं। यह जोकोविच ही थे, जिन्हें मेडवेडेव ने पिछले वर्ष अमेरिकी ओपन फाइनल में हराकर न सिर्फ 21वें मेजर खिताब से रोका था वरन ऑस्ट्रेलियाई ओपन फाइनल में हार का हिसाब बराबर करते हुए करिअर की पहली मेजर उपधि जीती थी।

रूसी खिलाड़ी को लगातार दूसरे वर्ष फाइनल में मायूस होना पड़ा

फिलहाल 25 वर्षीय मेडवेडेव के खिलाफ विश्व नंबर पांच नडाल ने खेल आगे बढ़ने के साथ अपना अनुभव उड़ेला। उन्होंने एक-एक ब्रेक के सहारे अगले दो सेट जीत स्कोर 2-2 की बराबरी पर ला खड़ा किया। पांचवें सेट में एक ब्रेक के सहारे आगे बढ़ते हुए नडाल 5-3 की बढ़त पर मैच के लिए सर्विस करने उतरे तो मेडवेडेव ने उनसे सर्विस छीनकर स्कोर 4-5 कर दिया। लेकिन नडाल ने तत्काल उनकी सर्विस छीनी और अपना सर्विस गेम शून्य पर जीतकर टेनिस इतिहास में नए अध्याय का सृजन कर दिया जबकि रूसी खिलाड़ी को लगातार दूसरे वर्ष फाइनल में मायूस होना पड़ा।