चेन्नई, 19 सितम्बर। गेंदबाजी आलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने गुरुवार को यहां एम. ए. चिदम्बरम स्टेडियम में न सिर्फ टेस्ट करिअर का छठा सैकड़ा ठोका (नाबाद 102 रन, 112 गेंद, दो छक्के, 10 चौके) ठोका वरन साथी हरफनमौका रवींद्र जडेजा (नाबाद 86 रन, 117 गेंद, दो छक्के, 10 चौके) के साथ रिकॉर्ड अटूट शतकीय साझेदारी की बदौलत बांग्लादेश के खिलाफ प्रथम क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया को मजबूती प्रदान कर दी।
A stellar TON when the going got tough!
A round of applause for Chennai’s very own – @ashwinravi99 👏👏
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हसन महमूद के सामने भारत ने 144 पर गंवा दिए थे 6 विकेट
वस्तुतः दो दिन पहले ही 38वां जन्मदिन मनाने वाले अश्विन व उम्र में उनसे तीन वर्ष छोटे जडेजा मेजबान दल के लिए संकटमोक साबित हुए, जो युवा पेसर हसन महमूद (4-58) व साथी गेंदबाजों के दो झटकों से एकबारगी संकट में पड़ती प्रतीत हो रही थी। सिक्के की उछाल गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी पर बाध्य रोहित शर्मा एंड कम्पनी ने शुरुआती सत्र में 34 पर तीन और फिर चाय के पहले 144 पर छठ विकेट खो दिए तो एकबारगी लगा कि 200 रनों तक पहुंचना मुश्किल होगा।
That's Stumps on the opening Day of the Chennai Test! #TeamIndia slammed 163 runs in the final session, courtesy ton-up R Ashwin and Ravindra Jadeja 🔥 🔥
We will be back for Day 2 action tomorrow! ⌛️#INDvBAN | @IDFCFIRSTBank
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अश्विन व जडेजा के बीच 195 रनों की अटूट साझेदारी
लेकिन चेन्नई में जन्मे अश्विन और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले जडेजा ने अपने घरेलू मैदान पर अद्भुत धैर्य और आपसी तालमेल का प्रदर्शन करते हुए बेजोड़ पारियां खेलीं। इन दोनों ने न सिर्फ बिखराव रोका वरन इनके बीच सातवें विकेट के लिए 227 गेंदों पर अटूट 195 रनों की साझेदारी का यह नतीजा हुआ कि स्टम्प्स तक भारत ने 80 ओवरों में छह विकेट पर 339 रन बना लिए थे।
A Heroic HUNDRED in 📸📸 @ashwinravi99, that was special 👌👌
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सातवें या उसके बाद के विकेट पर सबसे बड़ी भागीदारी
गौर करने वाली बात यह रही कि अश्विन व जडेजा के बीच यह टेस्ट मैच के पहले दिन सातवें या उसके बाद के विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले जेसी राइडर और डेनियल विटोरी ने 2009 में हैमिल्टन टेस्ट के दौरान भारत के खिलाफ सातवें विकेट पर 186 रन जोड़े थे। वहीं भारत की बात करें तो करुण नायर और जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में सातवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 138 रन जोड़े थे।
बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की सर्वश्रेष्ठ भागीदारी देखें तो तो इससे पहले यह रिकॉर्ड महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और जहीर खान के नाम दर्ज था। सचिन और जहीर ने 2004 में 10वें विकेट के लिए 133 रन जोड़े थे। उस मैच में सचिन तेंदुलकर ने अपना करिअर बेस्ट 248 रनों का स्कोर बनाया था।
हसन महमूद ने ध्वस्त कर दिया भारतीय शीर्ष क्रम
वैसे देखा जाए तो भारत की शुरुआत काफी खराब रही और गत मार्च में ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले 24 वर्षीय हसन महमूद ने भारतीय शीर्षक्रम ध्वस्त कर दिया। उन्होंने सिर्फ छह रन देकर पहले स्पैल में तीन विकेट चटका दिए। यशस्वी जायसवाल (56 रन, 118 गेंद, नौ चौके) के साथ पारी की शुरआत करने वाले कप्तान रोहित शर्मा (6), शुभमन गिल (0) और विराट कोहली (6) 10 ओवरों के भीतर हसन के शुरुआती शिकार बने।
यशस्वी का अर्धशतक, पंत संग 62 रनों की भागीदारी
यशस्वी और कार हादसे के 629 दिनों बाद टेस्ट में वापसी करने वाले ऋषभ पंत (39 रन, 83 मिनट, 52 गेंद, छह चौके) ने स्थिति संभाली और लंच (3-88) पार करते हुए अपनी भागीदारी 62 रनों तक पहुंचाई। तभी पंत को हसन ने विकेट के पीछे (4-95) लिटन दास से कैच करा दिया। लिटन का यह तीसरा कैच था।
केएल राहुल (16 रन, 52 गेंद, एक चौका) के साथ यशस्वी आगे बढ़े और उन्होंने 95 गेंदों पर अपना पांचवां अर्धशतक पूरा किया। लेकिन 144 के योग पर चार गेंदों पर भारत को दो झटके लगे, जब 42वें ओवर में नाहिद राणा (1-80) ने जायसवाल की विदाई कर 48 रनों की भागीदारी तोड़ी और अगले ओवर में ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मिराज (1-77) की गेंद पर राहुल चलते बने।
भारत के खाते में अंतिम सत्र के दौरान बिना क्षति 163 रन जुड़े
खैर, लगभग साथ में क्रीज पर उतरे जडेजा और अश्विन ने चाय (6-176) व्यतीत करने के साथ धैर्यपूर्ण पारियों से न सिर्फ मेजबानों को संभाला वरन अंतिम सत्र में आक्रामक अंदाज दिखाते हुए एक ऐसी भागीदारी कर दी, जहां से भारत अब मेहमानों पर दबाव झोंकने में सक्षम हो सकेगा। इन दोनों की तेजी का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि पहले दो सत्रों में तीन-तीन विकेटों के एवज में 88-88 रन बनाने वाले भारत के खाते में अंतिम सत्र के दौरान बिना क्षति 163 रन जुड़ गए।