कुआलालम्पुर, 26 मई। दो बार की ओलम्पिक पदक विजेता और पूर्व विश्व नंबर एक भारतीय स्टार पीवी सिंधु पिछले दो वर्षों से चला आ रहा खिताबी सूखा फिर खत्म नहीं कर सकी, जब रविवार को यहां मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के संघर्षपूर्ण फाइनल में उन्हें दूसरी सीड चीन की वांग झी यी के हाथों पराजय झेलनी पड़ी।
निर्णायक गेम में 11-3 की बढ़त के बाद सिंधु हार गईं
एग्जिआटा एरेना के कोर्ट नंबर एक पांचवीं वरीयता लेकर उतरीं सिंधु ने 79 मिनट तक खिंचे कड़े खिताबी मुकाबले में पहला गेम जीतने और फिर 1-1 गेम की बराबरी के बाद निर्णायक गेम में 11-3 की अच्छी बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन यहीं विश्व नंबर सात वांग झी ने भारतीय दिग्गज की लय खराब की 16-21, 21-5, 21-16 से जीत हासिल कर ली।
Pusarla V. Sindhu
challenges Wang Zhi Yi for the women’s singles crown.
#BWFWorldTour #MalaysiaMasters2024 pic.twitter.com/yQqyq26dGu— BWF (@bwfmedia) May 26, 2024
2022 सिंगापुर ओपन के रूप में मिली थी अंतिम खिताबी जीत
विश्व रैंकिंग में 15वें स्थान पर जा खिसकीं सिंधु ने इससे पहले वांग को ही हराकर 2022 सिंगापुर ओपन खिताब जीता था और पिछले वर्ष वह मैड्रिड स्पेन मास्टर्स में उप विजेता रही थीं। एक वर्ष से अधिक समय में BWF टूर पर पहला फाइनल खेलने उतरीं सिंधु यदि यहां चैम्पियन बनतीं तो यह सोने पर सुहागा होता। फिलहाल फाइनल तक के सफर में इस प्रभावशाली प्रदर्शन से पेरिस ओलम्पिक से पहले उनका आत्मविश्वास निश्चित रूप से बढ़ेगा।
देखा जाए तो 26 वर्षीया सिंधु मैच के अधिकतर समय तक मौजूदा एशियाई चैम्पियन वांग के खिलाफ दबदबा बनाने में सफल रही थीं। लेकिन निर्णायक गेम में ब्रेक के बाद उन्होंने लय गंवा दी और वांग ने शानदार वापसी कर जीत दर्ज की। इस परिणाम के साथ वांग के खिलाफ सिंधु का मैच स्कोर 2-2 बराबर हो गया है।
अब सिंगापुर ओपन सुपर 750 में पेश करेंगी चुनौती
सिंधु पिछले काफी समय से कैरोलिना मारिन, ताई जू यिंग, चेन यू फेई और अकाने यामागुची जैसी बड़ी खिलाड़ियों को हराने में विफल रही हैं और पेरिस ओलम्पिक में उन्हें इन खिलाड़ियों के कड़ी चुनौती मिल सकती है। भारतीय खिलाड़ी अब मंगलवार से शुरू होने वाले सिंगापुर ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट में चुनौती पेश करेगी।
सिंधु बोलीं – इस प्रदर्शन से आत्मविश्वास बढ़ेगा
सिंधु ने खिताबी मुकाबले के बाद कहा कि मलेशिया मास्टर्स फाइनल में हार के बावजूद अगले टूर्नामेंट के लिए उनका मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने कहा, ‘निराशाजनक है कि मैं उम्मीद के अनुरूप नतीजा हासिल नहीं कर सकी। मैंने निर्णायक गेम में बढ़त बना रखी थी, मुझे इसे जीतना चाहिए था। लेकिन इस दौरान काफी अच्छी रैलियां हुईं और वांग ने भी वापसी की।’
प्रभावशाली करिअर में तीसरे ओलम्पिक पदक की आस लगाए बैठीं सिंधु ने कहा, ‘मैं इतना ही कह सकती हूं कि यह काफी अच्छा मैच रहा। थोड़ा निराशाजनक रहा, लेकिन इस मैच में काफी सकारात्मक चीजें रहीं और पूरे टूर्नामेंट में सीखने के लिए काफी सकारात्मक चीजें रहीं।’
वर्ष 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद बायें टखने में ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ के कारण करीब छह महीने तक खेल से बाहर रहने के बाद पिछले वर्ष फरवरी में सर्किट में वापसी करने वालीं सिंधु ने कहा, ‘खुश हूं कि कम से कम फाइनल में पहुंची। मैंने अच्छा खेल दिखाया। ये मैच निश्चित रूप से मेरा आत्मविश्वास बढ़ाएंगे। लेकिन मैं फाइनल मुकाबला जीत सकती थी।’ उन्होंने कहा कि वह 28 मई से शुरू होने वाले सिंगापुर ओपन में मजबूत वापसी की कोशिश करेंगी और अपने कोच के साथ मिलकर कमियां दूर करने पर काम करेंगी।