नई दिल्ली, 15 जुलाई। पंजाब में कांग्रेस पार्टी के बीच चल रही उठापटक खत्म होगी अथवा नहीं, इसे लेकर अभी पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। फिलहाल पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्होंने संकेत दिए हैं कि राज्य में आपसी मतभेद खत्म करने का फॉर्मूला ढूंढ लिया गया है। इस फॉर्मूले के तहत कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री बने रहेंगे जबकि उनसे नाराज चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा।
पंजाब कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष जाखड़ को छोड़ना होगा पद
हरीश रावत ने यह भी बताया कि सिद्धू के साथ ही राज्य में दो वर्किंग प्रेसिडेंट भी बनाए जाएंगे। ये हिन्दू और दलित समुदाय के होंगे। इस आशय की आधिकारिक घोषणा जल्द कर दी जाएगी। फिलहाल सुनील जाखड़ पंजाब में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। हालांकि पहले से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि कैप्टन और सिद्धू की जंग में सुनील जाखड़ की कुर्सी की बलि चढ़ेगी।
इस बीच संकेत यह भी है कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए आने वाले दिनों में कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में भी कुछ नए चेहरों की एंट्री हो सकती है। पार्टी में दो वर्किंग प्रेसिडेंट बनाने के पीछे भी वोट की राजनीति हो सकती है। दरअसल, इस बात को लेकर भी मतभेद था कि पंजाब में पार्टी की कमान हिन्दू नेता को सौंपी जाए या फिर सिख नेता को।
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की बैठक में तय हुआ फॉर्मूला
गौरतलब है कि पंजाब इकाई की कलह पर कांग्रेस आलाकमान ने बुधवार को बैठक की थी। इसमें समाधान निकालने की संभावना जता दी गई थी। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने इस मुद्दे पर चर्चा की थी।