नई दिल्ली, 5 फरवरी। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मुख्यमंत्री के तौर पर किसे सामने करेगी, इस बाबत हाईकमान की ओर से अब तक कोई स्पष्ट घोषणा नहीं हुई है। हालांकि आंतरिक सर्वेक्षण में मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर बीस प्रतीत बताए जा रहे हैं।
इसी क्रम में एक दिन पहले सीएम चेहरे को लेकर चन्नी का नाम उछलने पर सिद्दू कांग्रेस हाई कमान पर यह कहते हुए निशाना भी साध चुके हैं कि उसे सिर्फ अपने इशारे पर नाचने वाले शख्स चाहिए। अब यह पक्के तौर पर तो नहीं कहा जा सकता कि सीएम के रूप में चन्नी सामने रखे गए तो सिद्धू क्या पैंतरा दिखाते हैं। फिलहाल उन्होंने कहा है कि बदलाव के लिए कुर्सी जरूरी नहीं बल्कि दृष्टि होनी चाहिए और कांग्रेस नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, वह उन्हें मंजूर होगा।
अमृतसर ईस्ट सीट से चुनाव लड़ रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने लोकप्रिय समाचार चैनल ‘आज तक’ से बातचीत में कहा, ‘हाईकमान का जो भी फैसला होगा, वह हम सहजता से स्वीकार करेंगे। अंतिम सांस तक कांग्रेस में ही रहेंगे।’
पंजाब जाति से नहीं, मुद्दों से बदलेगा
चरणजीत सिंह चन्नी को दलित चेहरे के तौर पर प्रस्तुत किए जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘पंजाब जाति से नहीं, मुद्दों से बदलेगा। पार्टी की जो लाइन होगी, वही हमारी लाइन है। सवाल है कि बदलेगा कौन, कैसे बदलेगा। इसे बदलेगा वो, जो इस माफिया सिस्टम में ना रहा हो। यह धर्म की लड़ाई है। धर्म यह है कि पंजाब के लोगों का कल्याण हो।’
प्रकाश सिंह बादल धृतराष्ट्र, उन्हें सुखबीर के अलावा कोई दिखा ही नहीं
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को धृतराष्ट्र करार देते हुए सिद्धू ने कहा कि उन्हें सुखबीर के अलावा कोई दिखा ही नहीं। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह एक-दूसरे को प्रोटेक्ट करते आए हैं। इन सबको तोड़कर नया सिस्टम खड़ा करना है, जो कल्याणकारी स्टेट बनाए।
‘मेरे लिए राजनीति प्रोफेशन नहीं, मिशन है‘
नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने अधिक दुश्मन बनाने से जुड़े सवाल पर कहा, ‘हमें लोग बुलाते रहे कि आओ सिस्टम में समा जाओ। पैसे में लीन हो जाओ, लेकिन नहीं गया। ये 75 और 25 की लड़ाई है। जनता ने छह-छह चुनाव मुझे जिताया है। मुझे किसी से प्रमाण पत्र नहीं चाहिए। मुझसे माफिया डरते हैं। धंधे वाले लोग मुझसे डरते हैं। मेरे लिए राजनीति प्रोफेशन नहीं, मिशन है। पैसे बहुत कमा रहा था कमेंट्री से भी।’