चंडीगढ़, 5 नवंबर। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के आक्रामक तेवरों के चलते पार्टी में जारी नाटक थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस क्रम में सिद्धू ने प्रदेश अध्यक्ष पद से पिछले दिनों दिया गया अपना इस्तीफा अब वापस तो लिया है, लेकिन साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के सामने नई शर्त रख दी है कि पंजाब में जब नए एडवोकेट जनरल (एजी) और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आ जाएंगे, तब वह अपनी जिम्मेदारी फिर संभाल लेंगे।
मुख्यमंत्री के फैसलों से नाराजगी के बाद 28 सितम्बर को दिया था इस्तीफा
गौरतलब है कि सिद्धू से विवादों के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गत 18 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और दो दिन बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य के नए मुखिया के रूप में कार्यभार संभाला था। हालांकि सीएम की कुछ नियुक्तियों से सिद्धू फिर नाराज हो उठे और उन्होंने गत 28 सितम्बर को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
सिद्धू का मुख्य विरोध इस बात को लेकर था कि जिन एजी व डीजी को नियुक्त किया गया है, वे बेअदबी मामले में निष्पक्ष काररवाई नहीं कर सकते। खैर, अब सिद्धू ने फिर अपने तेवर नरम कर लिए हैं। उन्होंने इस्तीफा तो वापस ले लिया है, लेकिन अब भी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
बेअदबी मामले में काररवाई की जिम्मेदारी सीएम को निभानी चाहिए
सिद्धू ने जोर देकर कहा है कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार ही ड्रग्स और बेअदबी मामले में जांच करने के लिए बनी थी, लेकिन चूंकि अमरिंदर सिंह ने उस मामले में कुछ नहीं किया, इसलिए उनका इस्तीफा हुआ। उनकी नजरों में सीएम चन्नी पर भी वही जिम्मेदारी है और उन्हें वो निभानी चाहिए।
कैप्टन को लेकर बोले – इज्जत कमाई जाती है
इसी क्रम में सिद्धू ने एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा। यह पूछे जाने पर कि वह कैप्टन का सम्मान क्यों नहीं करते और उनके खिलाफ कठोर शब्दों इस्तेमाल क्यों करते हैं, इस पर सिद्धू ने सिर्फ इतना कहा कि इज्जत कमाई जाती है।