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सेंट्रल विस्टा परियोजना : ‘एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव’ के लिए 487 पेड़ों का प्रत्यारोपण करेगा लोक निर्माण विभाग

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नई दिल्ली, 13 अप्रैल। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव के निर्माण के लिए 487 पेड़ों का प्रत्यारोपण करेगा।

आधिकारिक दस्तावेजों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव में नया प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय, इंडिया हाउस और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय शामिल होंगे।

इस 1,381 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए पर्यावरण मंजूरी की खातिर संशोधित प्रस्ताव के अनुसार, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने हाल ही में दिल्ली राज्य स्तरीय विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (एसईएसी) को सूचित किया कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार वह निर्माण स्थल पर 1,022 पेड़ों को बनाए रखेगा।

सीपीडब्ल्यूडी ने कहा कि निर्माण स्थल पर 807 पेड़ हैं जबकि पहले के अनुमान में उनकी संख्या 784 थी। एसईएसी ने गत नौ अप्रैल को हुई एक बैठक में राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण (एसईआईएए) से परियोजना को पर्यावरण मंजूरी देने की सिफारिश की थी।

एसईएसी ने 630 पेड़ों को हटाने और प्रत्यारोपणके प्रस्ताव पर जताई थी चिंता

एसईएसी ने 630 पेड़ों को ‘हटाने और प्रत्यारोपण’ करने के प्रस्ताव पर चिंता जताई थी और सीपीडब्ल्यूडी से कहा था कि वह निर्माण स्थल पर रखे जाने वाले पेड़ों की संख्या बढ़ाए। एसईएसी की सिफारिशों के आधार पर, सीपीडब्ल्यूडी ने प्रस्ताव को संशोधित करते हुए निर्माण स्थल पर रखे जाने वाले पेड़ों की संख्या को 154 से बढ़ाकर 320 कर दिया। इसके साथ ही उसने प्रत्यारोपित किए जाने वाले पेड़ों की संख्या में कमी लाते हुए उसे 487 कर दिया।

राज घाट और निकट के एक भूखंड पर प्रत्यारोपित किए जाएंगे ये पेड़

सीपीडब्ल्यूडी ने यह भी बताया कि प्रत्यारोपित किए जाने वाले 487 पेड़ों में से 397 को राज घाट पर और 90 पेड़ों को पास के एक भूखंड पर प्रत्यारोपित किया जाएगा। इसके साथ ही सीपीडब्ल्यूडी एनटीपीसी, बदरपुर में 4,870 पेड़ों का पूरक वृक्षारोपण करेगा। उस स्थल पर 47,000 वर्गमीटर निर्मित क्षेत्र को ध्वस्त कर 90,000 वर्ग मीटर में कुल पांच भवनों का निर्माण किया जाएगा।

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